पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बाद अब खुद देविंदर पाल सिंह भुल्लर की पत्नी नवनीत कौर अपने पति को फांसी से बचाने के अभियान में कूद पड़ी हैं।
दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के साथ मिलकर भुल्लर की पत्नी 80 लाख लोगों के हस्ताक्षर वाला ज्ञापन लेकर शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन पहुंचीं।
हालांकि उनकी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात नहीं हो पाई, लेकिन उन्होंने सजा माफी की अपील उनके दफ्तर को सौंप दिया।
नवनीत कौर की अगुवाई में पंजाब से आए अकाली नेताओं व डीएसजीपीसी के अधिकारियों ने पहले बंगला साहिब गुरुद्वारे में माथा टेका। इसके बाद संसद मार्ग थाने तक शांति पूर्वक मार्च निकाला।
इस दौरान किसी तरह की नारेबाजी नहीं की गई। मार्च के बाद एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति भवन पहुंचा।
नवनीत कौर ने अमर उजाला को बताया कि उन्हें कानून पर पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा कि उनके पति से जो गलती हुई है वह अक्षम्य है, लेकिन उनके पति की सेहत व पंजाब तथा देश की शांति को ध्यान में रखते हुए फांसी की सजा माफ की जानी चाहिए।
कौर ने कहा कि वह पिछले 18 सालों से वेंकूवर (कनाडा) में रहकर निर्वासित जैसा जीवन जी रही हैं। वह नहीं चाहती हैं कि आगे फिर कोई ऐसी घटना हो जिससे उनकी तरह दूसरों को देश से बाहर जाकर जीवन बिताना पड़े। नवनीत कौर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रपति उनकी गुहार जरूर सुनेंगे।