महाराष्ट्र पब्लिक सर्विस कमीशन (MPSC) की वेबसाइट में मौजूद साढे तीन लाख परीक्षार्थियों के आवेदन डिलीट हो गया है.
7 अप्रैल को होने वाली MPSC परीक्षा के उम्मीदवारो का डेटा आयोग की ओर से करप्ट होने की वजह से असमंजस का माहौल तैयार हो गया है.
डेटा करप्ट होने से एक तरफ राजनीतिक दलो की ओर से आंदोलन किए जा रहे है तो दूसरी ओर MPSC कमीशन इस परीक्षा को लेकर पूरी तरह से तैयार होने का दावा कर रही है.
इस असमंजस के बाद भी सभी उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र, सीट नंबर एसएमएस और ई-मेल से भेजने की कोशिश कमीशन की ओर से की जा रही है. साथ ही MPSC ने दावा किया है कि 5 अप्रैल तक सभी उम्मीदवारों को प्रवेश पत्र निर्गत कर दिया जायेगा.
कमीशन का कहना है कि किसी भी उम्मीदवार को इस परिक्षा से वंचित नही किया जायेगा.
5 अप्रैल तक ये स्थिति काबू में नहीं आई तो परीक्षा की तारीख बदलने का फैसला भी कमीशन की ओर जारी किया जा सकता है. ये जानकारी कमीशन के सेक्रेटरी राजेंद्र मंगलूरकर ने दी.
35 जिलों में 984 केंद्र
7 अप्रैल को राज्य के 35 जिलों में कुल 984 केंद्रों पर एमपीएसी की ओर से क्लास वन और क्लास टू ग्रेड के लिए परीक्षा ली जायेगी.
इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि आयोग 2013 की परीक्षा के लिए उम्मीदवारों का डेटा, जो वायरस के हमले के कारण खो गया था, फिर से प्राप्त करने में विफल रहता है तो उम्मीदवारों को पुनः अनुसूचित किया जा सकता है.
इससे पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने बुधवार को विधान परिषद में स्पष्ट किया था कि परीक्षा पूर्व निर्धारित दिन यानी रविवार को ही होगी. परीक्षा की तारीख में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने यह भी साफ किया कि वे आयोग के संपर्क में हैं. यदि महसूस किया गया कि दिक्कतें हैं तो परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने के संबंध में उचित निर्णय लिया जाएगा।
हॉल टिकट भले ही न मिले हों लेकिन परीक्षा फीस की रसीद व पहचान पत्र लेकर परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी.
उधर आयोग की ओर से डेटा करप्ट होने की वजह से आयोग के खिलाफ नाराजगी जताते हुए मनसे और शिव सेना ने मुंबई के फोर्ट इलाके के एमपीएसी आयोग के सामने जमकर नारेबाजी की. साथ ही दोनो हीं पार्टियों की ओर से आयोग के पदाधिकारियों को निवेदन भी दिया गया.