नरेंद्र मोदी ने गांधी नगर में एक किताब के विमोचन के दौरान खुद को बतौर प्रधानमंत्री का उम्मीदवार पेश करते हुए कहा कि वे गुजरात का कर्ज उतार चुके हैं और अब देश का कर्ज चुकाना है.
मोदी ने कहा, ‘लोग कहते हैं कि मोदी ने गुजरात का कर्ज चुका दिया है और अब देश का कर्ज चुकाना है.’
उन्होंने खुद को सीधे तौर पर तो प्रधानमंत्री का उम्मीदवार पेश नहीं किया, लेकिन जिस अंदाज में अपनी बात रखी उससे यह साफ संकेत मिलते हैं कि वह बीजेपी में पीएम की उम्मीदवार चाहते हैं.
मोदी की यह बात इसलिए भी अहम है कि बृहस्पतिवार को राहुल गांधी ने कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज यानी सीआईआई के मंच पर उद्योग जगत के सामने देश को नई दिशा देने के लिए अपने विचार रखें हैं. अपने भाषण के दौरान मोदी ने यह माना है कि उनके अनके विरोधी हैं, ‘लोग मोदी को पसंद करते हैं और नहीं भी पसंद करते हैं.
लेकिन लोग आर्थिक विकास की बात करते हैं और इस नई तब्दिली का स्वागत करते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘सरकार के कामकाज का विश्लेषण अब विकास के आधार पर हो रहा है और इसकी शुरु आत हो चुकी है. इसका स्वागत किया जाना चाहिए.’