लखनऊ।। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बीएसपी मुखिया मायावती ने राज्य के अखिलेश यादव सरकार पर आरोप लगाया है कि कानून एवं व्यवस्था तथा विकास के मोर्चे पर विफल यह सरकार राजनीतिक बदले की भावना से काम कर रही है।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 122वीं जयंती के मौके पर सामाजिक परिवर्तन स्थल पर आयोजित समारोह के मौके पर पार्टी द्वारा लगाए गए पोस्टरों, बैनरों और होर्डिंग को हटा दिए जाने से हमलावर मुद्रा में दिख रही बीएसपी मुखिया ने कहा, सरकार यह भली भांति जानती हैं कि बाबा साहब की जयंती पर लाखों लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने यहां पहुंचेगे। इस मौके पर पूरे देश में समारोह आयोजित किए जा रहे हैं और कहीं भी पोस्टर बैनर लगाने के लिए किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
मायावती ने कहा कि मौजूदा सरकार के रूख को देखते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्थानीय प्रशासन से होर्डिंग आदि लगाने की अनुमति भी ले रखी थी। उन्होंने कहा, अभी कल तक सामाजिक परिवर्तन स्थल से दो तीन किलोमीटर के दायरे में बड़ी संख्या में होर्डिंग बैनर लगे थे, लेकिन मुझे मालूम हुआ है कि रात को अच्छा खासा ‘ड्रामा’ हुआ और एसपी सरकार के निर्देश से सारी होर्डिंगे हटा दी गई, जिसकी जितनी ही निंदा की जाए कम है।
बीएसपी मुखिया ने आरोप लगाते हुए कहा, समाजवादी पार्टी सरकार राजनीतिक बदले की भावना से काम कर रही है और उसके निशाने पर बीएसपी नंबर एक पर है।
मायावती ने अधिकारियों पर सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा, हाल ही में देवरिया की भाटपाररानी विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में जमकर गड़बड़ी की गई। यह बात एक बड़े अधिकारी ने स्वीकार भी की। अब हंडिया विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव होने वाला है। हम अपनी निगाह लगाए हुए हैं, जो अधिकारी गड़बड़ी करेंगे, बीएसपी की सरकार बनने पर उनके विरूद्ध जांच करवा कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
एसपी कार्यकर्ताओं को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार बनने पर उनको ऐसा तोड़ा जाएगा कि दोबारा वे ये काम करने की हिम्मत नहीं करेंगे। यह आरोप लगाते हुए कि समाजवादी पार्टी सरकार में पूर्ववर्ती बीएसपी सरकार द्वारा भूमिहीनों को पट्टे पर दी गई भूमि पर दबंग लोग जबरन कब्जा कर रहे है, मायावती ने चेतावनी के स्वर में कहा, जब हमारी सरकार बनेगी तब ऐसे लोगों को तोड़ा जाएगा और ऐसा सीधा करेंगे कि फिर वह कभी जमीन पर कब्जा नहीं कर पाएंगे।
बीएसपी मुखिया ने कहा, जब तक मेरी सरकार थी प्रदेश में कोई दंगा नही हुआ। यहां तक कि जब अयोध्या में विवादित स्थल पर स्वामित्व संबंधी मुकदमे के बारे में अदालत का निर्णय आया, सारे देश में भय और तनाव की आशंका थी, प्रदेश में स्थिति पूर्णतः सामान्य गुजरी, कहीं कोई स्कूल कॉलेज नहीं बंद किया गया और न ही कहीं दंगा फसाद हुआ।
मायावती ने कहा कि एसपी राज में तो एक साल के भीतर सौ से अधिक सांप्रदायिक दंगे हो गए, जिनमें 36 गंभीर किस्म के थे। मायावती ने कहा, कई बड़े शहरों और कस्बों में तो कई कई दिन कर्फ्यू रहा। सरकार के इस रुख और काम काज से हिंदू-मुसलमान दोनों नाराज हैं।
बुलंदशहर जिले में पिछले दिनों बलात्कार पीड़ित 10 साल की एक लड़की को ही पुलिस हिरासत में रख लिए जाने की घटना का उल्लेख करते हुए बीएसपी मुखिया ने कहा कि एसपी राज में महिलाओं सहित कोई भी सुरक्षित नहीं है।
उन्होंने कहा, मैं इस प्रकरण का स्वत: संज्ञान लेने के लिए सर्वोच्च न्यायालय के प्रति आभार जताती हूं, जिसने इस मामले में सरकार से रिपोर्ट मांगी है। मैं सर्वोच्च न्यायालय से आग्रह करूंगी कि वह अलवर में पिछले दिनों एक दलित लड़की के साथ हुए दुराचार के मामले का भी संज्ञान में लेकर उसे न्याय दिलाएगी।
मायावती ने कहा कि जहां तक महिलाओं पर जुल्म ज्यादती का मामला है देश की राजधानी दिल्ली भी पीछे नहीं है, जहां कांग्रेस पार्टी की सरकार है। बीएसपी मुखिया ने प्रदेश में सत्तारूढ़ सरकार पर हमले आगे बढ़ाते हुए आरोप लगाया कि बीएसपी राज में महापुरूषों के नाम पर बनाए गए स्मारकों, पार्कों का रख-रखाव सही तरीके से नहीं किया जा रहा है।