स्टुटगार्ट। भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा और उनकी जोड़ीदार बेथानी माटेक सैंड्स की जोड़ी सत्र का तीसरा खिताब जीतने से चूक गई। सानिया और बेथानी को पोर्श टेनिस ग्रा पि. के फाइनल मुकाबले में सबिने लिस्सकी और मोना बार्थेल की स्थानीय जोड़ी ने सीधे सेटों में पराजित किया।
रविवार को खेले गए फाइनल में गैरवरीय इंडो-अमेरिकी जोड़ी को 4-6, 5-7 से हार झेलनी पड़ी। यह मैच एक घंटा, 33 मिनट चला। जर्मन जोड़ी ने दस में से तीन ब्रेक प्वाइंट हासिल किए, जबकि सानिया-बेथानी दस में से सिर्फ एक ब्रेक प्वाइंट ही ले पाई। इसके अलावा इंडो-अमेरिकी जोड़ी ने दो डबल फाल्ट भी किए। इससे पहले शनिवार रात खेले गए सेमीफाइनल में सानिया-बेथानी ने एंगलिक कर्बर और आंद्रिया पेटकोविक को 6-4, 7-5 से हराया था। सानिया और बेथानी ने इस साल ब्रिस्बेन इंटरनेशनल और दुबई ओपेन का खिताब जीता है।
ली को हराकर शारापोवा बनीं चैंपियन
दूसरी ओर, विश्व नंबर दो मारिया शारोपावा ने महिला सिंगल्स के फाइनल में चीन की ली ना को हराकर अपना खिताब बरकरार रखा। रविवार को खेले गए खिताबी मुकाबले में शारापोवा ने ली को सीधे सेटों में 6-4, 6-3 से मात दी।
टूर्नामेंट में पिछले तीनों मुकाबले में तीन सेटों में जीतने वाली शारापोवा को यह मुकाबला जीतने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी। दोनों खिलाड़ियों के बीच यह 14वीं भिड़ंत थी और शारापोवा ने अपना प्रदर्शन सुधारते हुए अंतर 9-5 कर दिया। फाइनल मैच में शुरुआत से ही शारापोवा ने आक्रामक खेल दिखाया। पहले सेट में दो ब्रेकप्वाइंट हासिल करते हुए रूसी खिलाड़ी ने 4-1 की बढ़त बना ली थी। दूसरे सेट में भी शारापोवा ने शानदार खेल दिखाते हुए लगातार दूसरी बार खिताब अपने नाम किया। इससे पहले शारापोवा ने सेमीफाइनल में स्थानीय खिलाड़ी एंगलिक कर्बर को हराया था, जबकि ली ना ने अमेरिका की बेथानी माटेक सैंड्स की जोड़ी को मात दी थी। मैच के बाद शरापोवा ने कहा कि मुझे लगा था कि मुझे फिर से तीन सेट खेलने पड़ेंगे। ली के खिलाफ खेलना हमेशा ही मुश्किल होता है। उनके खिलाफ जीतने के बाद मैं बहुत खुश हूं। हम दोनों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा होती है। ली ने मुझे ऑस्ट्रेलिया में हराया था, इसलिए मैं बदला लेना चाहती थी।