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उ. कोरिया ने फूंका बिगुल, तैनात की मुसुदन मिसाइल

सोल। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच जारी विवाद अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी तट पर मध्यम मारक क्षमता वाली मुसुदन मिसाइल की तैनाती करके जैसे युद्ध का बिगूल ही बजा दिया है।

 दक्षिण कोरियाई समाचार एजेंसी योनहैप ने सरकारी सूत्रों और अमेरिकी खुफिया जानकारी के हवाले यह जानकारी दी है। योनहैप ने कहा कि हालांकि अभी तक पता नहीं चल पाया है कि उत्तर कोरिया इससे हमला करना चाहता है या इसे अपने शक्ति प्रदर्शन के लिए तैनात किया है।

 मारक क्षमता तीन हजार किमी.

मुसुदन मिसाइल की मारक क्षमता तीन हजार किलोमीटर से भी अधिक है और इसके निशाने पर पूरा दक्षिण कोरिया और जापान आता है। ऐसी संभावना है कि इस मिसाइल की क्षमता प्रशांत महासागर में स्थित अमेरिकी क्षेत्र गुआम तक है। सूत्रों के मुताबिक उत्तर कोरिया ने अभी तक इस मिसाइल का परीक्षण नहीं किया है। उत्तर कोरिया ने पूर्वी तट पर मिसाइल की तैनाती के पहले ही दक्षिण कोरिया और अमेरिका पर परमाणु हमला करने की धमकी दी थी। उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण के बाद संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से दक्षिण कोरिया के साथ उसके संबंध पहले से अधिक बिगड़ गए हैं।

 पाबंदी के बाद दिखाई हेकड़ी

उत्तर कोरिया ने इन प्रतिबंधों के बाद कई तरह की धमकियां देनी शुरू कर दी थीं जिनमें अपने एक परमाणु संयंत्र को दोबारा शुरू करने की बात की गई थी। इसके शुरु हो जाने के बाद उत्तर कोरिया प्लूटोनियम उत्पादन कर पाएगा जिसका इस्तेमाल विद्युत निर्माण में किया जाता है। साथ ही इससे परमाणु हथियारों का विकास भी संभव है। यह संयंत्र साल 2007 से बंद पड़ा था। योनब्योन स्थित पांच मेगावाट के संयंत्र को जल्द ही शुरु किया जाएगा और एक परमाणु संवर्धन संयंत्र को शुरु करने की बात भी कही गई। किम उन जोग के अनुसार उत्तर कोरिया की परमाणु ताकत के बल पर ही पश्चिमी देश कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध छेड़ने से बच रहे हैं।

 इस तनाव के बीच उत्तर कोरिया ने के सांग स्थित संयुक्त औद्योगिक क्षेत्र में दक्षिण कोरियाई कर्मचारियों के प्रवेश पर अपना प्रतिबंध जारी रखा है और वहां मौजूद दक्षिण कोरियाई कर्मचारियों को इस संबंध में पूछा है कि वे अपने देश कब लौटेंगे। उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम उन जोग ने कुछ दिन पहले ही औद्योगिक क्षेत्र में दक्षिण कोरियाई नागरिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी।

 द. कोरियाई नागरिकों पर पाबंदी लगाई

उत्तर कोरिया की समाचार एजेंसी केसीएनए ने उत्तर कोरियाई सरकार के हवाले कहा है कि दक्षिण कोरियाई नागरिकों के आगमन पर यह प्रतिबंध तब तक लगा रहेगा जब तक दक्षिण कोरिया उनकी सरकार की बेइज्जती करना बंद न कर दे। इस औद्योगिक क्षेत्र में कुल 123 दक्षिण कोरियाई कंपनी है। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया की सीमा के इस क्षेत्र में सबसे अधिक पहरा होता है।

 दक्षिण कोरिया के मुताबिक उत्तर कोरिया ने पहले उसके 222 कर्मचारियों को लौटने की इजाजत दी थी। इसके बाद 606 कर्मचारी अब भी औद्योगिक क्षेत्र में है। उत्तर कोरिया से इन कर्मचारियों के न लौटने से कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक इन कर्मचारियों को बंधक बनाकर रखा जा सकता है।

 इस क्षेत्र में उत्तर कोरिया के करीब 50 हजार और दक्षिण कोरिया के सैकड़ों कर्मचारी काम करते हैं। यहां दक्षिण कोरिया के लोगों की कंपनियां भी है और वे ऊंचे पदों पर भी काम कर रहे हैं। दक्षिण कोरियाई कंपनियां इस क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों को हर साल आठ करोड़ डॉलर से अधिक का मेहनताना देते हैं।

 अमेरिका से समझौता किया रद्द

माना जा रहा था कि इस क्षेत्र से होने वाली दो अरब डॉलर की वार्षिक आय से उत्तर कोरिया इतनी आसानी से हाथ नहीं धोएगा। किम उन जोग ने कमाई पर ध्यान दिए बगैर के सांग औद्योगिक क्षेत्र में दक्षिण कोरियाई कर्मचारियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह औद्योगिक क्षेत्र अगस्त 2010 में दोनों देशों के संबंधो को सामान्य करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था। इसी बीच दक्षिण कोरियाई सरकार ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है जिसमें संयुक्त औद्योगिक क्षेत्र से सभी दक्षिण कोरियाई कंपनियों को अपना काम समेटेने के लिए 10 अप्रैल तक का समय दिया गया है। दक्षिण कोरिया ने कहा कि उत्तर कोरिया ने बस तब तक औद्योगिक क्षेत्र से जाने वाले इच्छुक लोगों की सूची मांगी है।

उत्तर कोरिया ने कोरियाई युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिका के साथ किए गए समझौते को भी रद्द कर दिया है। साथ ही अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ अपनी हॉटलाइन बंद कर दी है।

 अमेरिका ने भी मिसाइल तैनाती की शुरू

उत्तर कोरिया की धमकी के जवाब में अमेरिका ने संभावित हमले से बचाव के लिए गुआम में अपने युद्धपोत तैनाती की शुरूआत कर दी है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के अनुसार गुआम में टर्मिनल हाइ अल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम मिसाइल की तैनाती की जाएगी। दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला राष्ट्रपति पार्क ग्युन हिउ ने भी चेतावनी दी है कि अगर उत्तर कोरिया ने कोई भी उकसावे वाला कदम उठाया तो उसके लिए राजनीतिक विकल्प का रास्ता बंद हो जाएगा।

उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच बढते जा रहे तनाव को देखते हुए कई देशों ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कहा है कि कोरिया संकट बहुत आगे बढ़ चुका है। उन्होंने सभी पक्षों से आगे आकर बातचीत के जरिए इस समाधान का हल करने का आह्वान किया है।

दरअसल किम उन जोग ने दिसंबर 2011 से सत्ता संभाली है और तब से उत्तर कोरिया का रूख अड़ियल माना जा रहा है। उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी की दो मिसाइलों का जब से परीक्षण किया है तब से ही वह तरह तरह की बयानबाजी कर रहा है।

गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका की सेना ने संयुक्त वार्षिक अभ्यास किया था जिससे नाराज होकर उत्तर कोरिया ने अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा है। उत्तर कोरिया इस ड्रिल को आक्रमण का अभ्यास समझता है जबकि दक्षिण कोरिया इसे नियमित अभ्यास कहता आया है। अमेरिका ने राडार पर नहीं नजर आने वाली स्टील्थ तकनीक से लैस दो एफ 22 विमानों को भी सैन्य अभ्यास में शामिल किया था। इससे पहले 2010 में अमेरिका ने एफ 22 को दक्षिण कोरिया में तैनात किया था।

NCR Khabar News Desk

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