नई दिल्ली. देश भर के एलपीजी उपभोक्ताओं के पास दोहरे कनेक्शन की जांच के लिए शुरू की गई ‘अपने ग्राहक को जानो’ (केवाईसी) योजना का असर दिखने लगा है। मंत्रालय जांच के बाद दोहरे कनेक्शन के लगभग 60 लाख संदिग्ध कनेक्शनों की गैस सिलेंडर सप्लाई बंद कर चुका है लेकिन कई लोगों ने स्वेच्छा से अपने दोहरे कनेक्शन बंद करने का अनुरोध भी किया है। देश भर में लगभग 90 हजार से अधिक लोगों ने अपने दोहरे कनेक्शन में से एक कनेक्शन बंद करने का अनुरोध किया है।
पेट्रोलियम मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एलपीजी सिलेंडर वितरण सुधारने के लिए शुरू किए गए इस अभियान में लोगों का भी साथ मिल रहा है। पहली बार मंत्रालय की इस पहल के सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं। सबसे अधिक लगभग 9300 लोगों ने महाराष्ट्र में अपने दो में से एक कनेक्शन बंद करने का अनुरोध किया है। सबसे कम ऐसे 1 कनेक्शन को बंद करने का अनुरोध केंद्र शासित सिलवासा में आया है। इस अधिकारी ने कहा कि एक सिलेंडर पर सरकार अपनी ओर से लगभग 410 से लेकर 450 रुपए तक की सब्सिडी देती है। अगर नब्बे हजार कनेक्शन के हिसाब से देखें तो सरकार को 8 लाख से अधिक सिलेंडर पर सब्सिडी देने से राहत मिली है क्योंकि एक कनेक्शन धारक को साल में 9 रियायती सिलेंडर मिलते हैं। ऐसे में यह संख्या 8 लाख सिलेंडर से अधिक होती है।
कहां कितने कनेक्शन जमा करने के अनुरोध आए
मध्य प्रदेश 3700
छत्तीसगढ़ 1000
राजस्थान 2100
पंजाब 3200
हरियाणा 2400
बिहार 4600
झारखंड 3100
हिमाचल 1100
महाराष्ट्र 9300
गुजरात 4000
जम्मू-कश्मीर 200
चंडीगढ़ 800
दिल्ली 8700