यूपी के कैबिनेट मंत्री आजम खां को अमेरिका में बोस्टन के लोगान एयरपोर्ट पर गुरुवार को रोक लिया गया। डिप्लोमेटिक पासपोर्ट होने के बावजूद उनकी तलाशी ली गई और उनसे पूछताछ की गई।
इस घटना पर आजम खां ने कहा कि तलाशी के नाम पर उनके साथ बदसलूकी की गई और उनका यह अपमान मुसलमान होने की वजह से किया गया। उन्हें अमेरिका आने का अफसोस है।
आजम मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ अमेरिका के दौरे पर हैं। उनको हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में कुंभ मेले की सफलता को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेना है।
सूत्रों के मुताबिक आजम ब्रिटिश एयरवेज के विमान से बोस्टन के एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। आजम खां के अपर निजी सचिव मुक्तिनाथ झा ने बताया कि यूपी के नगर विकास मंत्री की न केवल तलाशी हुई, बल्कि इमीग्रेशन चैंबर में उन्हें करीब एक घंटे तक रोका गया। उनसे पूछताछ भी की गई।
वहीं, एयरपोर्ट पर रोके जाने की घटना के बाद नाराज आजम ने अपने बयान में कहा है कि वह हार्वर्ड में शुक्रवार को होने वाले व्याख्यान के दौरान इस पर विरोध दर्ज कराएंगे।
साथ ही वे व्याख्यान के अलावा सम्मान में आयोजित लंच, डिनर समेत दूसरे अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल नहीं होंगे। उन्हें मुख्यमंत्री के साथ ‘महाकुंभ के सफल आयोजन और क्राउड मैनेजमेंट’ पर व्याख्यान देना है।
बताया जा रहा है कि आजम अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम से पहले स्वदेश लौट सकते हैं। गौरतलब है कि डिप्लोमेटिक पासपोर्ट होने पर सामान्य तौर पर अतिथियों की तलाशी नहीं ली जाती।
सूत्रों ने बताया कि न्यूयॉर्क से भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारी सीएम और आजम को लेने एयरपोर्ट पहुंचे थे। एयरपोर्ट पर उतरने के बाद अमेरिकी इमीग्रेशन अधिकारियों ने आजम समेत भारत से पहुंची पूरी टीम का शिष्टाचार के तहत स्वागत किया।
अमेरिका में प्रवेश के लिए अराइवल फॉर्म भरने में भी मदद की। उन्हें प्रवेश की अनुमति दे दी गई। लेकिन तभी अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग की एक महिला अधिकारी आजम को पूछताछ के लिए एक कमरे में ले गई।
आजम की महिला अधिकारी से हुई नोकझोंक
एयरपोर्ट पर रोके जाने पर आजम खां की अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी की महिला अधिकारी से जोरदार बहस और नोकझोंक भी हुई।
महिला अधिकारी ने आजम को धमकी दे डाली कि उन्होंने यदि ड्यूटी में बाधा डाली तो वह उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करा देगी।
आजम महिला अधिकारी से माफी मांगने को कह रहे थे। इसके बाद भारतीय अधिकारी आजम को एयरपोर्ट से बाहर ले गए।
इनका भी हो चुका है अपमान
आजम खां से पहले अमेरिका में कई भारतीय वीआईपी को इस तरह का अपमान झेलना पड़ा है।
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की न्यूयॉर्क के जेएफके एयरपोर्ट पर दो बार तलाशी ली गई थी, जबकि पिछले साल अभिनेता शाहरुख खान को न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर रोक लिया गया था।
वहीं, अमेरिका में भारतीय राजदूत रहीं मीरा शंकर की भी मिसीसिपी में दिसंबर 2010 में तलाशी ली गई थी।