बर्लिन। अमेरिकी राष्ट्रपति और सीनेटर को जहरीला खत भेजे जाने के बाद शुक्रवार को जर्मनी के राष्ट्रपति को एक संदिग्ध खत भेजा गया। अधिकारियों ने खत में विस्फोटक होने के संदेह में उसे नष्ट कर दिया।
राष्ट्रपति जाओचिम गॉक के कार्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि संदिग्ध पत्र सुबह राष्ट्रपति के लिए आने वाली चिट्ठियों की जांच के दौरान मिला। उसके बाद विशेषज्ञों ने पत्र की जांच करने का फैसला लिया। यह साफ नहीं हो पाया कि खत कहां से आया था।
गौरतलब है कि 2010 में ऐसी ही एक चिट्ठी में बम रखकर चांसलर एंजेला मर्केलके कार्यालय भी भेजा गया था। उसकी जिम्मेदारी एक ग्रीक संगठन ने ली थी।
राष्ट्रपति को भेजे खत की जांच राष्ट्रपति भवन के बाहर ही की गई। जर्मन संघीय आपराधिक पुलिस विभाग ने इस पूरी जांच का जिम्मा संभाला। पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि विस्फोटक सामग्री होने के संदेह में खत को जलाकर नष्ट कर दिया गया है, लेकिन इसकी जांच अभी जारी है कि खत में वास्तव में कोई विस्फोटक था या नहीं।
राष्ट्रपति के प्रवक्ता के मुताबिक, गॉक पूरी तरह सुरक्षित हैं। घटना के वक्त वह राष्ट्रपति भवन में मौजूद नहीं थे।