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परमाणु ताकत के रूप में उत्तर कोरिया स्वीकार नहीं: अमेरिका

वाशिंगटन। अमेरिका ने साफ कर दिया है कि उत्तर कोरिया को परमाणु ताकत के रूप में कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा। बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने साफ कहा कि यदि प्योंगयांग चाहे तो बातचीत के जरिए परमाणु निरस्त्रीकरण का शांतिपूर्ण रास्ता निकाला जा सकता है।

इस बीच पेंटागन के प्रेस सचिव जॉर्ज लिटिल ने कहा कि हमने कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध भड़कने की स्थिति के लिए योजना तैयार कर ली है। दक्षिण कोरिया के सहयोग से हमारी योजना तैयार है। हालांकि, हम चाहते हैं कि इसे कभी लागू न करना पड़े। उत्तर कोरिया के हमले की स्थिति में इस योजना पर काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम साफ करना चाहते हैं कि हमारा युद्धपोत यूएसएस जॉन मैक्केन और रडार प्रणाली एसबीएक्स उत्तर कोरिया पर हमले की तैयारी नहीं कर रहा है। ऐसा सालाना स्तर पर किया जाता है।

जॉन कैरी ने कहा कि इतनी तनातनी के बाद भी उत्तर कोरिया के पास विकल्प है। हालांकि, उन्हें परमाणु ताकत हासिल करने की चाहत छोड़नी होगी। चीन भी यही चाहता है। उत्तर कोरिया को अपनी जनता की जरूरतों को पूरा करने के बारे में सोचना चाहिए। हम साफ कर चुके हैं कि प्योंगयांग यदि वह संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दिखाए सही रास्ते पर चले तो उसे मानवीय मदद दी जा सकती है।

कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव भड़कने के बाद दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री युन बंग से वाशिंगटन पहुंचे हैं। बंग के साथ प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कैरी ने कहा कि प्योंगयांग को गंभीरता दिखानी होगी। हम शांति चाहते हैं। लेकिन, इसका अर्थ उत्तर कोरिया यह न लगाए कि वह परमाणु ताकत हासिल कर लेगा और दक्षिण कोरिया को परेशान करता रहेगा। अब प्योंगयांग समझ सकता है कि वार्ता के लिए हमारी शर्ते क्या हैं।

इस बीच उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच सहयोग की एकमात्र मिसाल संयुक्त औद्योगिक क्षेत्र को बंद कर दिया गया है। बुधवार को उत्तर कोरिया ने दक्षिण के वाहनों को इलाके में प्रवेश नहीं करने दिया। वाशिंगटन ने इस कदम को खतरनाक बताया है। सियोल ने अपने पैसे से कीसंग कॉम्प्लेक्स 2004 में बनाया था। उत्तर कोरिया की अर्थव्यवस्था में नकदी पहुंचने का यह सबसे अहम स्रोत है। प्योंगयांग के इस कदम से दोनों पक्षों में तनाव और गहरा गया है।

कीसंग उत्तर कोरिया की सीमा में 10 किमी अंदर बना है। हालांकि, सीमा में मौजूद 861 दक्षिण कोरियाई नागरिकों को वापस जाने दिया गया। एकता मंत्री किम हंग सक ने इसे गलत निर्णय बताकर मांग की है कि कीसंग को दोबारा खोला जाए। उन्होंने कहा कि अभी हमें यह नहीं बताया गया है कि यह प्रतिबंध कब तक जारी रहेगा।

कीसंग में दक्षिण कोरिया की 120 कंपनियां काम करती हैं। इनके जरिए 53,000 उत्तर कोरियाई नागरिकों को नौकरी मिली हुई है। प्रवेश बंद होने के बाद भी बुधवार को कीसंग में स्थित कंपनियों में काम जारी रहा। किम ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र का माहौल आम दिनों की तरह शांत है। पिछली बार मार्च, 2009 में भी उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया-अमेरिका युद्धाभ्यास के विरोध में इस क्षेत्र को एक दिन के लिए बंद किया था।

NCR Khabar News Desk

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