चीन के पश्चिमी सिचुयान प्रांत में आए भूकंप में मृतकों और घायलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। चीन के सरकारी टीवी के मुताबिक अब 150 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की ख़बर है।
चेंगदू के ग्रामीण पहाड़ी इलाके में आए शक्तिशाली भूकंप में तबाह गांवों के शव मलबे से निकाले जा रहे हैं। इनमें कुछ जिंदा लोग अभी भी दबे हुए हैं।
लगभग छह हजार बचाव दल और पुलिस को सिचुआन क्षेत्र में बचाव कार्य के लिए भेजा गया है। मगर क्षत विक्षत सड़कें और टेलीफोन की कटी लाइनों के कारण राहत कार्य में मुश्किल आ रही है।
सरकारी अधिकारियों के अनुसार इस भूकंप ने लुशान का नजारा ही बदल कर रख दिया है। हर तरफ ध्वस्त इमारतों का ढेर, पावर कट और बाधित सड़कें दिखाई देती हैं।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) द्वारा भूकंप की तीव्रता 6.6 आंकी गई। इस इलाके में पहले भी भूकंप आ चुका है। मई 2008 में सिचुआन में आए भूकंप में करीब 90 हज़ार लोग मारे गए थे। तब इसकी तीव्रता 8.0 थी।
यूएसजीएस के अनुसार भूकंप स्थानीय समय मुताबिक सुबह आठ बजकर दो मिनट पर आया था और इसके झटके केंद्र से 71 किलोमीटर दूर राजधानी चेंदगू में भी महसूस किए गए थे।
एक आधिकारिक वेबसाइट ने सिचुयान भूकंप ब्योरो के हवाले से लिखा है कि भूकंप में सैकड़ों लोग मारे गए हैं और घायल हुए हैं।
झटके अब भी जारी
भूकंप के बाद अभी भी झटकों और भूस्खलनों का सिलसिला जारी है। इन झटकों और भूस्खलनों से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों तक पहुंचने में बचाव दल को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।
एक घायल नागरिक ने सीसीटीवी को बताया, “हमें अभी भी अपने पुराने घर में ही रहना पड़ रहा है। नया घर अभी तैयार नहीं हुआ है।”
उसने आगे बताया, “हमारा घर बुरी तरह ढह गया है। सब कुछ तितर बितर हो गया।”
पूरे इलाके में न केवल बिजली आपूर्ति ठप्प है, बल्कि पानी भी नहीं आ रहा।
एक स्थानीय नागरिक ने वहां बीबीसी को बताया कि जब भूकंप आया तो उन्होंने जल्दी से कुछ कपड़े बाहर फेकें और भाग कर आंगन में आ गए।
जियोलॉजिकल सर्वे का कहना है कि बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने की आशंका है।