बेंगलुरु ।। कर्नाटक में एक चुनाव रैली को संबोधित करने जा रहीं बीएसपी प्रमुख मायावती के हेलिकॉप्टर और उनकी कार की तलाशी ली गई है। खबर है कि तलाशी चुनाव आयोग के निर्देश पर ली गई। मगर, बीएसपी ने इस पर कड़ा एतराज जाहिर करते हुए सवाल किया है कि क्या कभी सोनिया गांधी और राहुल गांधी की गाड़ियों की भी तलाशी ली जाती है। इस बीच कर्नायक चुनाव आयुक्त ने तलाशी की बात स्वीकार करते हुए कहा है कि मायावती की मीटिंग से पैसे मिले हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को मायावती कर्नाटक के गेवरगी में एक रैली को संबोधित करने जा रही थीं। कर्नाटक के गुलबर्गा तक वह हेलिकॉप्टर से पहुंचीं और वहां से कार से गेवरगी जा रही थीं। गुलबर्गा में ही पुलिसकर्मियों ने मायावती के हेलिकॉप्टर की तलाशी ली। उनकी कार की भी तलाशी ली गई। तलाशी के वक्त मायावती के साथ सतीश चंद्र मिश्रा भी मौजूद थे। मिश्रा ने बाद में बताया कि इसके बाद रैली स्थल पहुंचने के बाद भी मंच पर जाने से पहले मायावती के पर्स की तलाशी ली गई।
तलाशी के बाद मायावती आगे बढ़ गईं और उन्होंने तय कार्यक्रम के मुताबिक रैली को संबोधित किया। लेकिन, रैली में उन्होंने इस मसले को जोरदार ढंग से उठाया। उन्होंने कहा कि एक दलित की बेटी जब हेलिकॉप्टर से आती है तो बहुतों की आंखों में खटकने लगती है। इसलिए किसी न किसी बहाने से उसकी तलाशी ली जाती है। यह और कुछ नहीं उसे जलील करने का बहाना है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर सोनिया और सुषमा की तलाशी लेने की हिम्मत कोई क्यों नहीं करता?
बीएसपी के कार्यकर्ता भी इस तलाशी से भड़के हुए हैं। उनका कहना है कि यह उनके नेताओं की इस तरह से तलाशी लेना पूरी पार्टी का अपमान है। उनका कहना है कि वह इस बात को जोर-शोर से उठाएंगे।
सुषमा बोलीं, ‘मेरी भी तलाशी ली गई है‘
इस बीच लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने साफ किया है कि तमिलनाडु और कर्नाटक में चुनावों के दौरान उनकी भी तलाशी ली जा चुकी है। मायावती और बीएसपी की ओर से तलाशी को मुद्दा बनाए जाने के कुछ ही देर बाद सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जब वह चुनावों के दौरान तमिलनाडु और कर्नाटक गई थीं तो चुनाव आयोग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने उनके हेलिकॉप्टर और सामानों की भी तलाशी ली गई थी।
‘मायावती की मीटिंग से पैसे मिले’
कर्नाटक चुनाव आयुक्त की ओर से तलाशी की पुष्टि करते हुए कहा गया है कि मायावती की मीटिंग से पैसे मिले हैं। चुनाव अधिकारियों के मुताबिक उन्हें सूचना मिली थी कि मायावती की मीटिंग में पैसे दिए जाने वाले हैं। वहां से पैसे मिले हैं और कानूनी औपचारिकताओं के बाद इस बारे में कार्रवाई की जाएगी।
बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने चुनाव अधिकारियों के दावों को गलत बताते हुए कहा कि उनका निराधार है और हम इस बारे में कानूनी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने बताया कि ‘जब हेलिकॉप्टर से उतरने के बाद पहली बार तलाशी ली गई तो दोनों के पास से एक लाख रुपए मिले थे। चुनाव अधिकारियों ने ही बताया कि 50 हजार रुपए तक की रकम साथ रखने की इजाजत है। चूंकि बहनजी और मुझे दोनों को मिला कर एक लाख रुपए थे, इसलिए उन लोगों ने वे पैसे लौटा दिए। अब अगर वे यह दावा कर रहे हैं कि उन्हें मीटिंग में पैसे मिले हैं तो वे बताएं कि वे पैसे किसके हैं, उन्हें किसके पास से मिले और कहां रखे गए हैं।’