मुंबई में 12 मार्च, 1993 को सुनियोजित तरीके से हुए सीरियल बम ब्लास्ट में 257 व्यक्ति मारे गए थे और 713 अन्य जख्मी हुए थे.
सुप्रीम कोर्ट ने गुरूवार को कहा कि मुंबई में 1993 में हुये विस्फोट की घटनाओं में शामिल अभियुक्तों को प्रशिक्षण देने में पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेन्सी आईएसआई ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
शीर्ष अदालत ने कहा कि देश की आर्थिक राजधानी को निशाना बनाने की साजिश दाऊद इब्राहिम, टाइगर मेमन और उसके साथियों ने रची थी जिसे पाकिस्तानी अधिकारियों की मदद से अंजाम दिया गया था.
न्यायमूर्ति पी सदाशिवम और न्यायमूर्ति डा बलबीर सिंह चौहान की खंडपीठ ने दाऊद इब्राहिम और याकूब मेमन तथा दूसरे फरार अभियुक्त इस प्रकरण के ‘धनुषधारी थे जबकि शेष अभियुक्त उनके हाथों के तीर थे.‘‘
न्यायालय ने कहा कि अभियुक्तों को पाकिस्तान में ‘ग्रीन चैनल की सुविधाएं’ मुहैया कराई गई थीं और वे दुबई के रास्ते पाकिस्तान पहुंचे जहां उन्हें आईएसआई से प्रशिक्षण मिला जो आव्रजन नियमों के पालन के बगैर ही उन्हें इस्लामाबाद हवाई अड्डे से बाहर ले गई थी.’’न्यायालय ने कहा, ‘यह पाकिस्तान में आने और वहां से बाहर निकलने की ग्रीन चैनल सुविधा थी.’’
सुप्रीम कोर्ट ने टाडा अदालत के फैसले को बरकरार रखते हुए याकूब मेमन की फांसी की सजा बरकरार रखी है.
याकूब मेमन टाइगर मेमन का भाई है. कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि भगोड़े आरोपियों के बाद याकूब मेमन मुंबई बम ब्लास्ट के केस में अहम दोषी हैं.
इसके साथ ही अभिनेता संजय दत्त को 1993 मुंबई बम ब्लास्ट मामले में पांच साल की सज़ा हुई है. सज़ा सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने संजय दत्त को सरेंडर करने के लिए चार हफ्ते का वक्त दिया.
दाउद इब्राहीम- दरअसल पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की सरपरस्ती में अंडरवर्ल्ड के डॉन दाऊद इब्राहिम ने अपने नेटवर्क का इस्तेमाल कर इस ब्लास्ट को अंजाम दिया था.
अदालत ने भी माना कि एक पुलिस अधिकारी और कस्टम अधिकारी के अलावा अंडर वर्ल्ड से जुड़े कई लोग इस हादसे में शामिल थे जिन्होंने जगह जगह आर डी एक्स पहुंचाकर पूरे देश को दहलाने की साजिश रची थी और आतंक के सौदागर मुंबई में कामयाब भी हुए.
इस हादसे को तकरीबन 20 साल बीतने को आए मगर मुंबई धमाकों का सबसे बडा आरोपी आज भी आजाद घूम रहा है आज भी कानून की गिरफ्त से दूर है वो गुनहगार है दाऊद इब्राहीम, अंडरवर्ल्ड का सबसे खूंखार डॉन दाउद इब्राहीम.
टाइगर मेमन- मुंबई बम धमाकों का सबसे अहम आरोपी जमाल उर्फ टाइगर मेमन है क्योंकि इस धमाकों को अंजाम तक पहुंचाने का काम किया टाइगर मेमन ने किया था.
1993 के मुंबई बम धमाकों की साजिश का मास्टरमाइंड तो डॉन दाऊद इब्राहीम था लेकिन इन धमाकों को अंजाम तक पहुंचाया था जमाल उर्फ टाइगर मेमन ने.
इस बम धमाके में इस्तेमाल एक गाड़ी और कुछ हथियारों ने पुलिस के सामने उस टाइगर मेमन नाम के शख्स का नाम सामने ला दिया.
जिसने इस पूरी साजिश को अंजाम दिया था लेकिन वो देश छोड़ कर सरहद पार फरार हो चुका था.
याकूब मेमन- मुंबई बम धमाकों का सबसे अहम आरोपी जमाल उर्फ टाइगर मेमन और इस हादसे का तीसरा अहम गुनहगार टाइगर मेमन का ही भाई याकूब मेमन.
याकूब मेमन ने मुंबई बम ब्लास्ट को अंजाम तक पहुंचाने में काफी अहम रोल निभाया था.