पहली ही कोशिश में मंगल पर पहुंचा भारत- वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं: मोदी

भारत का मंगल मिशन आज बुधवार को अपने पहले ही प्रयास में सफल हो गया है। सुबह करीब आठ बजकर पांच मिनट पर मंगलयान पर नियंत्रित होने के बाद इसे इस यान को मंगल गृह की कक्षा में स्थापित कर दिया गया है।
मंगलयान अब कुछ ही देर में मंगल गृही की तस्वीरें भेजने लगेगा। इस मौके पर इसरो में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी वैज्ञानिकों और देश वासियों को बधाई दी।
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इससे पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने सुबह 7 बजकर 17 मिनट पर भारत के मंगलयान का तरल इंजन शुरू कर दिया था।
इसरो के अनुसार मिशन की जानकारी धरती पर साढ़े बारह मिनट की देरी से मिल रही है, लिहाज़ा इंजन की शुरूआत कैसी रही इसके बारे में जानकारी थोड़ी ही दर में उपलब्ध होगी।
मंगल अभियान के इस निर्णायक चरण में पूरे 24 मिनटों तक यान के तरल इंजन को चलाया जाएगा, जो इसे लाल ग्रह की ऑर्बिट यानी कक्षा में स्थापित करेगा।
इसरो को इस बात की सावधानी रखनी होगी कि यान इतना धीमा न हो जाए कि मंगल की सतह से टकरा जाए, या उसकी रफ़्तार इतनी भी तेज़ न हो कि वो मंगल के गुरुत्वाकर्षण से बाहर अंतरिक्ष में खो जाए।
मंगलयान करीब 300 दिनों की यात्रा के बाद 22 सितंबर को मंगल के गुरुत्वाकर्षण घेरे में प्रवेश कर गया था।