हैदराबाद। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के साथ एकबार फिर धोखा हुआ। अंपायर एम. इरासमस ने इस बार आईसीसी के नियमों की अनदेखी कर दी और सचिन तेंदुलकर उनके शिकार बन गए।
दरअसल, पूरा मामला भारतीय पारी के 125वें ओवर का है। पैटिंसन के उस ओवर की चौथी गेंद पर सचिन ने कट लगाने की कोशिश की, लेकिन वे चूक गए और गेंद विकेटकीपर मैथ्यू वेड के हाथों में चली गई। इसके बाद पैटिंसन ने जोरदार अपील की और इरासमस ने उसे नकार दिया। फिर पैटिंसन अंपायर से फैसले को लेकर विचार-विमर्श करने लगे, जो आईसीसी के नियमों के खिलाफ है। इसके बाद इरासमस ने साथी अंपायर कुमार धर्मसेना के पास सलाह लेने गए। जब धर्मसेना ने भी अपनी असहमति जता दी तो फैसला तीसरे अंपायर के पास भेजा गया।
इरासमस ने ऐसा कर आईसीसी के नियमों का पूरी तरह से उल्लंघन कर दिया। एकबार उन्होंने सचिन को नॉट आउट करार दे दिया, फिर गेंदबाज के कहने पर उन्होंने अपना फैसला बदला। अंपायर अपना फैसला बदल सकता है, लेकिन किसी खिलाड़ी से प्रभावित होकर वो ऐसा नहीं कर सकता। इस फैसले के बाद एक नया विवाद खड़ा हो गया है। तीसरे अंपायर के पास जब फैसला गया तो रिप्ले में यह देखा गया कि गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया है और वेड ने सफाई से कैच लपका है।
यह सही है कि सचिन तेंदुलकर आउट थे, लेकिन अंपायर एकबार फैसला देने के बाद किसी खिलाड़ी द्वारा कहने पर फैसला नहीं बदल सकता। यहां इरासमस ने बड़ी चूक कर दी और सचिन तेंदुलकर शिकार बन गए।