
करीब 6 सालों से बंद पड़े रिलायंस के सभी पेट्रोल पंप इस साल के अंत तक शुरू हो सकते हैं। कंपनी ने 230 पेट्रोल पंप शुरू भी कर दिए हैं और बाकी को साल के अंत तक शुरू करने की योजना बनाई जा रही है।
रिलायंस ने मार्च 2008 में अपने 1432 पेट्रोल पंप बंद कर दिए थे। इनके बंद होने का कारण पब्लिक सेक्टर के पेट्रोल पंपों से बराबरी न कर पाना था।
सरकार की सब्सिडी की वजह से पब्लिक सेक्टर के पेट्रोल पंप पर तेल की कीमत रिलायंस के पेट्रोल पंप की तुलना में कम होती थी, जिससे कंपनी को नुकसान का सामना करना पड़ रहा था।भारत में सिर्फ रिलायंस और एस्सार ऑयल लिमिटेड ही प्राइवेट रिफाइनर हैं। 2006 तक इन दोनों कंपनियों ने डीजल के घरेलू बाजार के 17 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा किया हुआ था, जबकि पेट्रोल के मामले में इन दोनों के पास 10 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
RIL ने तीसरी तिमाही के नतीजे घोषित करने के बाद ही यह कहा था कि उन्हें 230 पेट्रोल पंप शुरू करने की अनुमति मिल गई है और साल के अंत तक सभी बंद पड़े पेट्रोल पर फिर से शुरू कर दिए जाएंगे।सरकार ने जून 2010 में डीजल को डीरेगुलेट कर दिया था, जिसके बाद एस्सार कंपनी ने बाजार में दोबारा एंट्री कर ली थी। वह अपने 1400 पेट्रोल पंपों में से अधिकतर पर सिर्फ पेट्रोल ही बेच रही थी।
अक्टूबर 2014 को सरकार की तरफ से डीजल को डीरेगुलेट करने के बाद प्राइवेट कंपनियों ने इस क्षेत्र में दोबारा से आने की योजना बना ली।
इसके बाद एस्सार ने अपने सभी पेट्रोल पंपों पर डीजल बेचना भी शुरू कर दिया। साथ ही कंपनी ने अपना नेटवर्क 1600 पेट्रोल पंप तक बढ़ा लिया, जिसे साल भर में 2500 करने का लक्ष्य है।