राजनाथ सिंह की नई टीम की ऐलान रविवार को

नई दिल्ली।। बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की ‘नई टीम’ का ऐलान रविवार को हो सकता है। इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि शनिवार को टीम का ऐलान हो सकता है लेकिन बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के घर देर शाम हुई लंबी बैठक बिना किसी नतीजे के खत्म करनी पड़ी।

सूत्रों के मुताबिक संसदीय बोर्ड में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का आना तय है। पेच कार्यकारिणी में कुछ नामों को शामिल करने पर फंसा हुआ है। दरअसल जितने पद खाली हैं, दावेदार उससे ज्यादा हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी के अंदर उमा भारती, प्रभात झा और संजय जोशी को लेकर जबर्दस्त गुटबाजी चल रही है। मध्य प्रदेश के कोटे से प्रभात झा को लाया जाए या उमा भारती को, इस पर फैसला नहीं हो पा रहा है। बताया जा रहा है कि अब इसकी घोषणा रविवार दोपहर बाद की जा सकती है।

मोदी को संसदीय बोर्ड का सदस्य बनने की अटकलें उनके लगातर तीसरी बार गुजरात चुनाव जीतने के बाद से ही चल रही थीं। पार्टी के नए अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी मोदी के बढ़ते कद को स्वीकार भी किया था। संसदीय बोर्ड में मोदी पार्टी के अकेले मुख्यमंत्री होंगे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम भी चल रहा था, लेकिन सिर्फ मोदी को संसदीय बोर्ड में शामिल करने का फैसला किया गया है।

संसदीय बोर्ड बीजेपी की सर्वोच्च समिति होती है और इसके सभी सदस्य चुनाव प्रबंधन समिति के भी सदस्य होते हैं। चुनाव, उम्मीदवारी से जुड़े फैसले हो या किसी नए नेता की पार्टी में एंट्री सभी फैसले बोर्ड द्वारा ही तय किए जाते हैं। ऐसे में संसदीय बोर्ड में मोदी की एंट्री को राष्ट्रीय स्तर की राजनीति की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।

पुराने महासचिवों में से चार को नई टीम में जगह मिल रही है। संगठन महामंत्री रामलाल, अनंत कुमार, थावरचंद गहलोत और जेपी नड्डा बरकरार रहेंगे। बाकी छह नए महासचिवों में नरेंद्र मोदी के नजदीकी अमित शाह और वरुण गांधी का नाम तय है। राजीव प्रताप रूडी पर भी लगभग मुहर लग गई है, हालांकि बिहार से ही आने वाले दूसरे नेता राधामोहन सिंह का नाम भी चर्चा में है। दोनों में से किसी एक को ही जगह मिलेगी।

मध्य प्रदेश से प्रभात झा का नाम भी महासचिव के लिए चल रहा है, लेकिन उन्हें पार्टी की तेज-तर्रार नेता उमा भारती से जीतना होगा। संभावना इस बात की है कि इनमें से एक को महासचिव और एक को उपाध्यक्ष बनाया जाएगा। महासचिव के लिए उमा भारती का दावा ज्यादा मजबूत लग रहा है। इसके अलावा आदिवासी समुदाय से जुएल उरांव को भी राजनाथ की टीम में बतौर महासचिव जगह मिलने की जबर्दस्त संभावना है।

13 उपाध्यक्षों में ज्यादा छेड़छाड़ की संभावना नहीं है। चुनावी राज्यों से एक-दो लोगों को इसमें समायोजित किया जाएगा। इसके अलावा एक-दो ऐसे लोग भी उपाध्यक्ष बनाए जा सकते हैं, जो महासचिव बनने के प्रबल दावेदार थे लेकिन किसी कारण से उन्हें जगह नहीं मिल पाई। उपाध्यक्ष के लिए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा का नाम पक्का है। स्मृति ईरानी को दोबारा महिला मोर्चा की अध्यक्ष बन सकती हैं, लेकिन इस पद के लिए आरती मेहरा का नाम भी प्रबल दावेदार के रूप में लिया जा रहा है। रेस में दुर्ग की सांसद सरोज पाण्डेय भी शामिल हैं।

भारतीय जनता युवा मोर्चा लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं हुई है। अनुराग ठाकुर को दोबारा कमान मिल सकती है, लेकिन बदलाव की स्थिति में साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा की ताजपोशी हो सकती है।