राष्ट्रीय स्तर की वॉलीबाल खिलाड़ी अरूणिमा सिन्हा दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने को तैयार है.
अरुणिमा दो साल पहले बरेली में एक चलती ट्रेन से धक्का दिये जाने के कारण अपना दाहिना पैर गंवा चुकी हैं.
नकली टांग का इस्तेमाल करने वाली अरूणिमा के साथ सुशेन महतो इस अभियान पर जायेंगे. टाटा स्टील के उपाध्यक्ष (कॉरपोरेट सर्विस) संजीव पाल ने यह जानकारी शुक्रवार 22 मार्च को जमशेदपुर में दी.
अरूणिमा और सुशेन शनिवार को दिल्ली रवाना होंगे और मई के दूसरे सप्ताह में अभियान शुरू करेंगे.
उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर की रहने वाली अरूणिमा ने उस हादसे को याद करते हुए कहा कि 12 अप्रैल 2011 को लखनऊ से दिल्ली आ रही पद्मावती एक्सप्रेस के साधारण डिब्बे से कुछ लोगों ने उसे धक्का दे दिया था. उसके दाहिने पैर में गंभीर चोट लगी थी.
लखनऊ में उसका ऑपरेशन हुआ लेकिन उसने अपनी टांग गंवा दी. उसके भाई ओमप्रकाश ने उसे प्रेरित किया और माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली महिला बछेंद्री पाल से मिलकर उसका हौसला और बढ़ा. उसने उत्तरकाशी में पर्वतारोहण का अभ्यास किया.