महासमुंद। किसी जिले में एक-दो महिला अधिकारी होना तो आम बात है, लेकिन देश के छत्तीसगढ़ राज्य का एक जिला ऐसा भी है, जहां महिलाओं की ही सरकार चलती है। इस जिले में कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत सीईओ से लेकर जिला जज भी महिला ही हैं।
महासमुंद के जिस सरकारी दफ्तर में जाओ, महिला अधिकारी ही उच्च पदों पर मिलती हैं। हाल ही में एसपी नीतू कमल की पोस्टिंग के बाद यह महिला जिला बन गया है। पिछले दिनों एक जनप्रतिनिधि यहां के दौरे पर पहुंचे तो सभी महिला अधिकारियों को देख उनकी पहली प्रतिक्रिया थी, ‘क्या महिला जिला बना दिया है?’ उनकी हैरानी वाजिब है।
यहां कलेक्टर, जिला जज, एसपी, सीईओ जिला पंचायत, एक्साइज ऑफिसर, पीआरओ हर पद पर महिला अधिकारी हैं। ‘दैनिक भास्कर’ से यह वाकया साझा करने वाली जिले की जनसंपर्क अधिकारी इस्मत जहां दानी कहती हैं कि बदलाव की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन इसे स्वीकार करने में लोगों को थोड़ा समय लगेगा।
जिले की इन ‘ऑल वुमन ऑफिसर्स’ के बीच अच्छा-खासा तालमेल है। 31 जुलाई 2012 से जिले की कमान संभाल रहीं कलेक्टर आर संगीता के मुताबिक, ‘महिला सहकर्मी होने का सबसे बड़ा फायदा है कि हम आपस में खुलकर कोई भी बात कर सकते हैं। किसी भी विषय पर बात करने से पहले सोचना नहीं पड़ता कि ‘क्या यह कहना ठीक होगा? दोस्ती भरा रिश्ता होने से तालमेल आसानी से बैठ जाता है। इससे काम में भी आसानी होती है।’
कलेक्टर की इस बात का जिला पंचायत सीईओ शिखा राजपूत भी समर्थन करती हैं। बकौल शिखा, ‘ऑल वुमन ऑफिसर’ होने से शेयरिंग और को-आर्डिनेशन बहुत अच्छा हो जाता है। महिला बॉस पुरुष अधिकारियों से ज्यादा संवेदनशील होती हैं। समस्याओं के हर पहलू को समझ पाती हैं। उन तक पहुंचना आसान और सुविधाजनक है।
प्रदेश की एकमात्र जिला आबकारी अधिकारी नीतू नोतानी भी इसके कई फायदे गिनाती हैं। वह कहती हैं कि पुरुष सहकर्मी, महिला अधिकारी को आसानी से स्वीकार नहीं करते। किसी मामले पर यदि उनको कुछ कह दो तो उनको वो बात बहुत चुभ जाती है। दूसरी तरफ महिलाएं एक-दूसरे को सहयोग करने के साथ ही आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी करती हैं।
बकौल नीतू, ‘किसी रात यदि मैं पुलिस बल की मांग करूं तो एक महिला पुलिस अधिकारी इसे प्राथमिकता से लेते हुए मुझे मदद करेंगी, लेकिन शायद एक पुरुष अधिकारी इस बात को इतनी तवज्जो न दे। मैं तो ये सोचकर बहुत खुश हूं कि हमारे जिले में सभी महिला अधिकारी हैं। महिला सशक्तिकरण का इससे बेहतर उदाहरण और कहां दिखेगा।’
इस जिले में आर संगीता- कलेक्टर, अनुराधा खरे- जिला एवं सेशन जज, शिखा राजपूत तिवारी- सीईओ, जिला पंचायत, नीतू कमल सिंह- एसपी, नीतू नोतानी- जिला आबकारी अधिकारी, इस्मत जहां दानी- डीपीआरओ, प्रियंका ठाकुर- महिला एवं बाल विकास अधिकारी, सरला कोसरिया- जिला पंचायत अध्यक्ष आदि हैं।