नई दिल्ली। मंगोलपुरी के निगम स्कूल में दूसरी कक्षा की छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना से मचे बवाल के बाद इलाके में रेपिड एक्शन फोर्स की तैनाती कर दी गई है। पुलिस ने बवाल करने और सरकारी संपत्ति को नष्ट करने के आरोप में सत्रह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं पुलिस ने दुष्कर्म के आरोप में तीन लोगों को भी हिरासत में लिया है। इसमें स्कूल के दो शिक्षक और एक चौकीदार शामिल है। शुक्रवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए संघर्ष में एक पुलिसकर्मी समेत कुछ अन्य लोगों को भी चोट आई है।
पुलिस ने रेप का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़ित लड़की के मुताबिक वह उन्हें नहीं जानती है जिन्होंने उसके साथ यह हरकत की है। पुलिस स्कूल के पड़ोस में रहने वालो लोगों से भी पूछताछ कर रही है। शुक्रवार को यह मामला सामने आने पर स्कूल और संजय गांधी अस्पताल के बाहर काफी संख्या में लोग जमा हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। रेप पीड़ित लड़की की मौत की अफवाह के बाद भीड़ उग्र हो गई और उन्होंने वहां मौजूद कई गाड़ियों और बसों में तोड़-फोड़ मचानी शुरू कर दी। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठियों का इस्तेमाल करना पड़ा।
सात वर्षीय मंगोलपुरी स्थित के- ब्लाक में अपने माता पिता व भाई बहन के साथ रहती है। वह एल ब्लाक स्थित निगम प्रतिभा बालिका विद्यालय में दूसरी कक्षा की छात्रा है। परिजनों ने बताया कि गुरुवार को स्कूल में लंच होने पर अपनी कक्षा में अकेले लंच कर रही थी। उसी दौरान किसी ने पीछे से उसके मुंह पर कपड़े रख दिया और स्कूल के एक ही एक खाली कमरे में ले गया। जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने बच्ची को घटना के बारे में किसी को बताने पर उसके माता पिता व उसे जान से मारने की धमकी भी दी। घर पहुंचने पर जब लड़की तबियत बिगड़ी तो परिजन उसे पास से निजी चिकित्सक के पास ले गए, जहां चिकित्सक ने उसके साथ छेड़छाड़ की आशंका जताई। लेकिन बच्ची ने परिजनों को उस समय कुछ नहीं बताया। रात में पिता के पूछने पर लड़की ने सारा वाकया बता दिया। इसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत स्कूल और थाने में की। अस्पताल में लड़की की जांच के बाद रेप की पुष्टि हुई है। हालांकि इस मामले का मुख्य आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।