उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक संवेदनहीनता ने हद पार कर दी है। पानी के मामले का निपटारा न होने से परेशान वृद्घ दंपति ने सोमवार को एसडीएम के सामने आत्मदाह की धमकी दी तो उन्होंने जवाब दिया-तुम आत्मदाह कर लो पोस्टमार्टम हम करा देंगे।
नतीजतन नाराज वृद्ध दंपति ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह और एसडीएम को जलाने की कोशिश की। हालांकि वृद्घ ने आग लगाने के लिए माचिस निकाली तो एसडीएम ने हाथ पकड़कर रोक लिया। पुलिस ने दंपति को गिरफ्तार कर लिया। एसडीएम का मेडिकल परीक्षण कराया गया, पेट्रोल गिरने से उनकी आंखें लाल हो गईं थीं।
दंपति का आरोप है कि सड़क के पानी की शिकायत का निपटारा न होने पर वह एसडीएम के पास पहुंचे थे। एसडीएम के बयान से दंपति का गुस्सा बढ़ गया तो उन्होंने खुद पर और एसडीएम पर पेट्रोल डाल दिया।
पानी का था विवाद
अलीगढ़ जिले के थाना हसायन के गांव सिंघोली निवासी धर्म प्रकाश शर्मा ने बताया कि उनके भाई प्रेम प्रकाश शर्मा के बेटों गब्बर, किशन, भोला ने अपना घर उनके घर के सामने ऊंचाई पर बना लिया है। इससे उनके घर में सड़क का पानी आता है। कई महीने पहले उन्होंने मुख्यमंत्री से इसकी शिकायत की। मामला जांच के लिए यहां आया, लेकिन एसडीएम के यहां से उन्हें न्याय नहीं मिला।
इससे परेशान होकर उसने निर्णय लिया कि पति-पत्नी एसडीएम के समक्ष आत्मदाह करेंगे। उसी के तहत उसने गांव पोरा से दो लीटर पेट्रोल लिया और एसडीएम शिवदयाल के समक्ष पहुंच गए।
एसडीएम से कहा कि साहब काम नहीं हो रहा तो हमारे सामने अब मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। दंपति का आरोप है कि इस पर अधिकारी ने कहा कि मर जाओ मैं पोस्टमार्टम करा दूंगा।
एसडीएम के इस बयान पर पति-पत्नी भड़क गए। गुस्से में दोनों ने अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया और एसडीएम के ऊपर भी पेट्रोल डाल डालकर आग लगाने की कोशिश की।
एसडीएम ने क्या कहा
एसडीएम शिवदयाल ने बताया कि दो माह पूर्व शिकायत के निराकरण के लिए वह क्षेत्राधिकारी विजेंद्र सिंह के साथ गांव गए थे। भतीजों का मकान अपनी जमीन पर बना है।
दंपति का मकान नीचा है और भतीजों के मकान की सीढ़ी ऊंची है, इसलिए पानी आ जाता है। एसडीएम ने बताया कि सोमवार को वह कार्यालय में काम रहे थे।
उनके पास नायब तहसीलदार भूपाल सिंह तथा वकील बैठे थे, तभी दंपति आए तथा उनके ऊपर स्टील की बोतल से पेट्रोल उडे़ल दिया। कुछ समझ पाते उससे पूर्व माचिस निकाल कर जलानी चाही, लेकिन एसडीएम ने हाथ पकड़ कर माचिस छीन ली। इस दौरान कार्यालय के बाहर भीड़ एकत्रित हो गई। पति-पत्नी के खिलाफ धारा 326/511 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
इस मामले में जिलाधिकारी अनिल राजकुमार ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति कानून तोड़ता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सिकंदराराऊ उपजिलाधिकारी पर पेट्रोल डालने वाले दंपति मानसिक रूप से बीमार लगते हैं। दोनों को हिरासत में लिया गया है। उनके खिलाफ विधिवत कार्रवाई की जाएगी।