नई दिल्ली।। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुखपत्र ऑर्गनाइजर ने आज यह कहते हुए मालेगांव विस्फोट के आरोपियों-प्रज्ञा ठाकुर, लेफ्टिनेंट श्रीकांत पुरोहित और स्वामी असीमानंद की जोरदार वकालत की कि अपराध बगैर साबित हुए ही वे सलाखों के पीछे हैं जबकि अभिनेता संजय दत्त को माफी देने को लेकर शोर मचा हुआ है।
अपने नवीनतम अंक के संपादकीय में ऑर्गनाइजर ने कहा कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, अभिनेत्री से नेता बनी जया बच्चन एवं जयाप्रदा, समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कह रही हैं कि दत्त को माफ कर दिया जाए।
संपादकीय में दत्त के लब्ध नामी शख्सियतों का बेटा होने का जिक्र करते हुए कहा गया है, ”खानदान का न्यायपालिका में कोई जगह नहीं है।” पत्रिका ने कहा कि जो लोग उनके लिए माफी की मांग कर रहे है, उनका अभिनेता की सजा में हस्तक्षेप करने का कोई मतलब नहीं है। दत्त और उनके समर्थकों पर प्रहार करते हुए संघ के मुखपत्र ने प्रज्ञा, पुरोहित और असीमानंद का जोरदार बचाव किया है।
संपादकीय में कहा गया है, ”साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पांच साल से जेल में हैं। उनके खिलाफ एकमात्र सबूत- जिसे यदि सबूत कहा जाए तो- है कि उन्होंने 15 साल पहले एक बाइक बेची थी और उसके कागजात बदलने की जहमत नहीं उठाई थी। यह बाइक विस्फोट में इस्तेमाल की गई।”
आर्गनाइजर ने कहा कि जहां इन सालों में दत्त फिल्में बनाते रहे और अभिनेता के रूप में सामान्य जीवन जीते रहे वहीं प्रज्ञा पांच सालों से पुलिस ज्यादती झेल रही हैं। संपादकीय में कहा गया है, ”स्वामी असीमानंद अदालत में कह चुके हैं कि उनसे जबर्दस्ती इकबालिया बयान लिया गया ताकि उनके खिलाफ उसका इस्तेमाल किया जाए”
संघ मुखपत्र ने इस बात पर अफसोस जताया कि कोई भी नेता या नेकदिल इंसान उनके लिए इंसाफ और निष्पक्ष एवं त्वरित सुनवाई की मांग के साथ आगे नहीं आया। आरएसएस ने हाल ही में संदिग्ध हिज्बुल आतंकवादी लियाकत शाह की गिरफ्तारी का भी जिक्र किया है और आश्चर्य जताया कि किसी को उसकी इस बात में कैसे दम नजर आता है कि कि वह आत्मसमर्पण करना चाहता था।
आर्गनाइजर ने लिखा है, ”राजनीति इस स्तर तक गिर गई है। सार्वजनिक जीवन में रहने वाले व्यक्ति भी विभिन्न खेमों में बंट गए हैं। कोई कैसे दत्त के समर्थन की व्याख्या कर सकता है जिनका अंडरवर्ल्ड और राष्ट्रविरोधी तत्वों से संपर्क साबित हो गया है।”