तिहाड़ जेल में राम सिंह की आत्महत्या के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए हैं.
निर्भया रेप कांड के मुख्य आरोपी राम सिंह का तिहाड़ जेल में आत्महत्या करना कई सवाल खड़े कर गया है. राम सिंह ने सोमवार तड़के जेल की कड़े सुरक्षा इंतजामों वाली एक सेल में आत्महत्या कर ली. महत्वपूर्ण है कि तिहाड़ जेल भारत की सबसे सुरक्षित जेल मानी जाती है.
अब सवाल उठ रहे हैं कि देश की सबसे सुरक्षित जेल में राम सिंह ने आत्महत्या कैसे कर ली? क्या उस वक्त वह अपनी सेल में अकेला था? जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार “सिंह सेल में अकेला नहीं था. वहां अन्य कैदी भी थे और एक गार्ड भी तैनात था, लेकिन किसी को भी इस बारे में पता नहीं चला.”
किसी ने फांसी लगाते नहीं देखा
अब यह पूछा जा रहा है कि जब राम सिंह अकेला नहीं था तो उसे खुदकुशी करते हुए किसी ने क्यों नहीं देखा. बताया जा रहा है कि राम सिंह की सेल में कई और कैदी भी मौजूद थे पर उसे खुदकुशी करते किसी ने नहीं देखा.
खुदकुशी के मद्देनजर शुरू से ही जेल प्रशासन राम सिंह पर कड़ी नजर रख रहा था. सवाल उठता है कि 24 घंटे की निगरानी के बावजूद वह खुदकुशी करने में कैसे कामयाब हो गया?
जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राम सिंह ने अपने कपड़ों की मदद से सुबह करीब पांच बजे जेल नंबर तीन में अपनी सेल की ग्रिल से लटककर खुद को फांसी लगा ली, जबकि कहा जा रहा है कि उसका एक हाथ बेहद कमजोर था ऐसे में वह खुद को फांसी के फंदे पर कैसे लटका सकता है?
फांसी लगाना आसान है?
सवाल यह भी है कि क्या अपने ही कपड़ों से फांसी लगाना आसान है?
अधिकारी ने कहा कि सिंह का व्यवहार काफी हिंसक था और उसका मूड बार-बार और अचानक बदलता रहता था. उसमें आत्महत्या की प्रवृत्ति भी थी. उन्होंने कहा कि इसी आशंका के चलते उस पर नज़र रखी जा रही थी.
वहीं, राम सिंह के वकील वीके आनंद ने उसकी मौत के बाद कहा की उसकी खुदकुशी जांच का विषय है और इसके पीछे किसी की साजिश हो सकती है. राम सिंह की मानसिक स्थिति बिल्कुल सामान्य थी और केस उसके पक्ष में था. उसने खुद से फांसी लगाने जैसा कोई दबाव जाहिर नहीं किया था.
फिलहाल जांच की जा रही है कि इस घटना के पीछे की पूरी वजह क्या है?
गौरतलब है कि राम सिंह को सोमवार को कोर्ट में पेश होना था.
उधर, राम सिंह के परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्हें पहले ही डर था कि उसे जेल में मार दिया जाएगा.