नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने फिरोजशाह कोटला मैदान पर भारत के साथ शुरू हुए चौथे टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। कप्तान माइकल क्लार्क चोटिल हैं। इस कारण शेन वॉटसन इस मैच में मेहमान टीम की कमान संभाल रहे हैं। वॉटसन आस्ट्रेलिया के 44वें टेस्ट कप्तान हैं। वॉटसन निलंबन के कारण मोहाली टेस्ट में नहीं खेल सके थे। क्लार्क अपने करियर में पहली बार चोट के कारण किसी टेस्ट से बाहर हुए हैं।
अजिंक्य रहाणे इस मैच के माध्यम से अपने टेस्ट करियर का आगाज कर रहे हैं। वह शिखर धवन का स्थान लेंगे, जो चोट के कारण बाहर हैं। रहाणे और मुरली विजय पारी की शुरुआत करेंगे।
भारतीय टीम चार मैचों की सीरीज 3-0 से अपने नाम कर चुकी है। उसने चेन्नई में खेला गया पहला टेस्ट मैच आठ विकेट से जीता था, जबकि हैदराबाद में उसने मेहमान टीम पर एक पारी और 135 रनों से जीत हासिल की थी।
मोहाली के पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर खेले गए तीसरे मुकाबले में भारत ने छह विकेट से जीत हासिल करते हुए यह सीरीज अपने नाम कर ली थी। अब उसका लक्ष्य मेहमान टीम का सूपड़ा साफ करने का है।
भारतीय टीम 4-0 से यह श्रृंखला जीतते हुए एक इतिहास कायम करना चाहेगी। उसने अपने 81 साल के टेस्ट इतिहास में अब तक एक बार भी इस अंतर से कोई सूरीज नहीं जीती है।
दूसरी ओर, सूरीज गंवाने के बाद अब ऑस्ट्रेलियाई टीम यह मैच जीतकर इंग्लैंड के साथ होने वाली एशेज सीरीज के लिए जरूरी आत्मविश्वास हासिल करना चाहेगी। हो सकता है कि वॉटसन की कप्तानी में मेहमान टीम कुछ अलग परिणाम दे सके।
कोटला में दोनों टीमों के बीच यह सातवां मैच है। भारत ने दो मुकाबले जीते हैं जबकि तीन मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। आस्ट्रेलिया को इस मैदान पर अंतिम बार जीत 1959 में मिली थी, जब उसने भारत को एक पारी और 127 रनों से हराया था। भारतीय टीम बीते 26 साल से कोटला में अजेय है।
टीम इंडिया पिछले तीनों टेस्ट में कंगारूओं को करारी शिकस्त दे चुकी है। अगर दिल्ली में भी बाजी भारत के हाथ रही तो ये जीत ऐतिहासिक होगी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया ने सीरीज पर कब्जा कर लिया है लेकिन अब लक्ष्य जीत का चौका लगाने का है यानी 4-0 से सीरीज जीत कर ऑस्ट्रेलिया से पिछले साल मिली हार का बदला लेने का है और अगर भारत ने ये टेस्ट मैच जीता तो इस जीत के मायने एतिहासिक होंगे।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पिछले 66 साल में 22 टेस्ट सीरीज हुई हैं जिसमें भारत ने 6 टेस्ट सीरीज जीती है लेकिन कभी भी भारत ने 2 टेस्ट से ज्यादा की सीरीज में कंगारुओं का व्हाइटवॉश नहीं किया है। 1982 के बाद 3 टेस्ट से ज्यादा की सीरीज में कभी भी ऑस्ट्रेलिया का व्हाइटवॉश नहीं हुआ है।
व्हाइटवॉश अपने आप में यादगार होगा लेकिन इसके साथ साथ अगर भारत ने चौथा टेस्ट जीता तो आईसीसी टेस्ट रैंकिंग्स में भी वो टॉप 3 टीमों में शामिल हो सकता है। भारत फिलहाल आईसीसी रैंकिंग में 105 अंकों के साथ चौथे स्थान पर है जबकि ऑस्ट्रेलिया 117 अंक के साथ तीसरे स्थान पर है अगर भारत ने ये मुकाबला जीता तो दोनों टीमों की रैंकिंग की अदला बदली भी हो सकती है।