राजधानी दिल्ली में परिवहन विभाग का पहिया महिलाएं तेज घुमा रही हैं। राज्य परिवहन प्राधिकरण की मुखिया (एसटीए सचिव) की कुर्सी पर बैठकर रंजना देशवाल बसों का परिचालन तय कर रही हैं।
डीटीसी में न सिर्फ बस परिचालन में ही नहीं बल्कि अफसरों के कामकाज की निगरानी का जिम्मा भी महिला बतौर मुख्य सतर्कता अधिकारी गीतांजलि गुप्ता कुंद्रा बखूबी निभा रही हैं।
दिल्ली को रफ्तार देने वाली दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन में स्टेशनों का सुंदर बनाने का मुख्य जिम्मा भी महिला के हाथ में ही है।
मुख्य महाप्रबंधक (आर्किटेक्ट) तृप्ता खुराना हैं जो फेस-एक से अभी तक स्टेशन स्टेशन और भवनों की रूपरेखा तय कर रही हैं। उनके साथ उप मुख्य वास्तुकार की भूमिका में रितू कपिला हैं।
वहीं मेट्रो ऑपरेशन में 66 महिलाएं हैं। इसमें से 33 ट्रेन चला रही हैं जबकि 26 अलग-अलग स्टेशनों पर बतौर स्टेशन कंट्रोलर कार्य कर रही हैं।
दिल्ली में डीटीसी व प्राइवेट स्टेज कैरिज या कांट्रैक्ट कैरिज बसों के रूट, परिचालन की शर्त तय करने का जिम्मा दिल्ली परिवहन प्राधिकरण(एसटीए) का है। प्राधिकरण की मुखिया (सचिव) रंजना देशवाल हैं। 16 दिसंबर (दिल्ली गैंगरेप) की घटना के बाद कई ऐसे कदम उठाए हैं जिससे परिवहन व्यवस्था में सुधार आने की उम्मीद है।
राजधानी में दैनिक 45 लाख यात्रियों को सफर कराने वाली डीटीसी में 38 हजार अधिकारी/कर्मचारी हैं। इन पर निगरानी की जिम्मेदारी पहली बार महिला को सौंपी गई है।
आईएएस अधिकारी गीताजंलि गुप्ता कुंद्रा इस समय मुख्य सतर्कता अधिकारी की भूमिका निभा रही हैं। अभी तक इस पद पर आईपीएस अधिकारी को तैनात किया जाता था लेकिन पहली बार आईएएस की तैनाती की गई है। मुख्य सतर्कता अधिकारी की भूमिका में पहली बार कोई महिला आई हैं।
डीटीसी में बसों के परिचालन से संबंधित रिसर्च की अगुवा रेनू पोपली कर रही हैं तो दक्षिण दिल्ली की क्षेत्रीय प्रबंधक दुर्गेश नंदनी और कार्मिक विभाग में वरिष्ठ प्रबंधक की भूमिका में अराधना हैं।
वहीं डिप्टी सीजीएम अन्नू कुमार ट्रेनिंग दिलवा रही हैं और सुनीता चौहान एवं कीर्ति बाला डिपो में प्रबंधन कर रही हैं। डीटीसी बसों में लेडीज कंडक्टर पुरुषों से कंधा से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। हालांकि उनकी ड्यूटी के घंटों का इतना जरूर ख्याल रखा जाता है कि देर शाम तक उन्हें ड्यूटी न दी जाए।
प्रथम भारतीय महिलाएं
शांति टिग्गा—सेना में देश की पहली महिला जवान (2011)
सुनीता चौधरी—दिल्ली की पहली महिला ऑटो चालक (2008)
प्रतिभा पाटिल—भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति
इंदिरा गांधी—भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री
राजकुमारी अमृतकौर—भारत की प्रथम महिला केंद्रीय मंत्री
सुचित्रा कृपलानी—भारत की प्रथम महिला मुख्यमंत्री (उत्तर प्रदेश)
सरोजनी नायडु—भारत की प्रथम महिला राज्यपाल (उत्तर प्रदेश)
विजय लक्ष्मी पंडित—संयुक्त राष्ट्र साधारण सभा की पहली महिला अध्यक्ष।
फाजिमा बीबी—सुप्रीम कोर्ट की प्रथम महिला जज
किरण बेदी—भारत में प्रथम महिला आईपीएस
ईबी जोशी—भारत में प्रथम महिला आईएएस
कल्पना चावला—अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम महिला भारतवंशी।
बछेंदरी पाल—माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारतीय महिला।
आरती शाहा—इंग्लिश चैनल को पार किया। (भारत की प्रथम महिला जो 16 घंटे और 20 मिनट में चैनल को पार किया।)
कोनेरू हंपी—भारत की प्रथम महिला चेस ग्रांड मास्टर बनी। (2004 में)
शांता रंगास्वामी—भारतीय महिला क्रिकेट टीम की प्रथम कप्तान।
रीता फारिया—प्रथम भारतीय मिस वर्ल्ड
सुष्मिता सेन—प्रथम भारतीय मिस यूनिवर्स
कर्णम मल्लेश्वरी—ओलंपिक में पदक विजेता भारत की प्रथम महिला।
(सिडनी ओलंपिक में वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक)