बीजेपी नेता अरुण जेटली की जासूसी मामले में केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि कॉल डिटेल्स निकलवाना ग़ैर-कानूनी है.
शुक्रवार 1 मार्च को संसद में इस विषय पर बयान देते हुए शिंदे ने कहा कि इस मामले में फोन टैपिंग नहीं हुई थी, बल्कि कॉल डिटेल्स निकाली गई थी.
शिंदे ने कहा कि दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले महीने 14 फरवरी को इस मामले में केस भी दर्ज किया गया था.
गृह मंत्री ने इस बात से इंकार किया कि राज्य सभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली के फोन टैप किए जा रहे थे.
मालूम हो कि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एक कॉन्सटेबल डबास और तीन प्राइवेट जासूसों को गिरफ्तार किया है.
शिंदे ने कहा कि एनसीआर के साहिबाबाद की एक निजी जासूसी एजेंसी के कहने पर डबास ने गैरकानूनी तरीके से कॉल डिटेल हासिल करने की कोशिश की. मामले में आरोपी अनुराग सिंह का संबंध इसी जासूसी एजेंसी से है.
भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी से जब यह पूछा गया कि क्या राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली के फोन की टैपिंग भाजपा में उनके विरोधियों की शह पर की गई तो उन्होंने इससे साफ पर इंकार किया. नकवी संसद भवन परिसर में फोन टैपिंग मामले पर संवाददाताओं से बात कर रहे थे.