जंतर-मंतर पर गूंजेगा निर्मल यमुना का नारा

वृंदावन से यमुना नदी को बचाने निकले आंदोलनकारियों ने सरकार से दो-दो हाथ करने की मंशा साफ कर दी। 11वें दिन अलीगांव पहुंचने के बाद ऐलान किया गया कि आंदोलनकारी मंगलवार सुबह जंतर-मंतर कूच करेंगे।

यहां शुरू होने वाला आंदोलन हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने तक जारी रहेगा। वहीं देर रात तक आंदोलनकारियों की सरकार से बातचीत की कोशिश भी जारी रही।

इससे पहले पुलिस के इनकार-इकरार के बीच पदयात्रा ने मंगलवार दोपहर करीब 12:00 बजे दिल्ली में प्रवेश किया। बदरपुर बॉर्डर पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री रामलाल, मंत्री श्याम जाजू, प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल, पूर्व अध्यक्ष बिजेंद्र गुप्ता के साथ विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पदयात्रियों को स्वागत किया।

पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच बनी सहमति के बाद दिल्ली में इनका पड़ाव मथुरा रोड स्थित अलीगांव तय हुआ था। जयकारे लगाता कारवां देर शाम तक इस पड़ाव पर पहुंचता रहा।

बैठकों का दौर
रणनीति तय करने के लिए आंदोलन के नेताओं में देर शाम तक बैठक चलती रही। इसके बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा, ‘अगर रात तक सरकार की तरफ से बातचीत की कोई ठोस पहल नहीं होती तो मंगलवार सुबह आरपार की लड़ाई शुरू होगी।’

वहीं यमुना रक्षक दल के उपाध्यक्ष राजेश यादव ने बताया कि मंगलवार सुबह आंदोलनकारी जंतर-मंतर के लिए कूच करेंगे। इस दौरान साथ में आया सामान अलीगांव के अस्थाई आशियाने में ही रहेगा।

लग गया था जाम
ट्रैफिक पुलिस ने मथुरा रोड पर आश्रम की तरफ जाने वाला कैरिजवे बंद कर दिया था। इससे बदरपुर इलाके का ट्रैफिक जाम हो गया। दोपहर बाद शुरू हुई वाहन चालकों की दिक्कत पदयात्रा गुजरने के बाद शाम को ही दूर हो सकी।

ताकि भीड़ न बढ़े
आंदोलनकारियों को जंतर-मंतर पर पहुंचने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस भी तैयार है। अलीगांव का पूरा मैदान छावनी में तब्दील कर दिया गया है। यहां भारी संख्या में पुलिस और अर्द्धसैनिक बल की टुकड़ियां लगाई गई हैं। साथ ही डीटीसी बसों का बेड़ा भी यहां तैनात है।

नाम उजागर न करने की शर्त पर वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल रणनीति यही है कि जंतर मंतर पर भीड़ इकट्ठा होने से रोकी जाए। मंगलवार को आंदोलनकारियों के बीच से कुछ लोगों को बसों से जंतर मंतर भेजा जाएगा। इससे आंदोलनकारी अपनी बात रख सकेंगे, साथ ही सड़कों पर लोगों को दिक्कत भी नहीं होगी। बावजूद इसके अगर लोगों ने प्रतिरोध किया तो इन्हें रोकने के लिए जरूरी कदम उठाया जाएगा।