भाजपा युवा मंडल अध्यक्ष को लेकर बिसरख में तकरार, पूर्वांचल समाज ने खोला मोर्चा
भारतीय जनता पार्टी बिसरख मंडल युवा अध्यक्ष के लिए एक बार फिर से संगठन में स्थानीय जातिवाद को लेकर विवाद सामने आ गया है । अभी तक दबी जुबान में हो रही बातें आप खुलकर सामने आने लग गई हैं पूर्वांचल समाज की ओर से ट्विटर पर लगातार इसके लिए आवाज उठाई जा रही है इसी क्रम में दीपांकर कुमार नामक एक यूजर में आज ट्विटर पर लिखा कि पहले कुमार सौरभ,फिर संतोष झा और अब सचिन शर्मा! क्या भाजपा के द्वारा पूर्वांचल वासियों के साथ यह जानबूझकर सौतेला व्यवहार एवं उन्हें साइडलाइन करने की साजिश रची जा रही है?

जिसके बाद एक बार फिर से आज होने वाली युवा मंडल अध्यक्ष की घोषणा रुकती नजर आ रही है वही इसके पीछे पूरे जिले के मंडल अध्यक्षों द्वारा अपनी अपनी पसंद भी एक मुद्दा बन रही है जानकारी के मुताबिक संगठन में हुई एक मीटिंग के दौरान भाजपा नेता सुनील बंसल ने कहा था कि मंडल के सभी प्रभाव मंडल अध्यक्षों से पूछ कर ही तय किए जाएंगे
लेकिन भाजपा के सूत्रों से आ रही जानकारी के अनुसार फिलहाल विधायक और सांसद के दबाव के चलते मंडल अध्यक्ष इस मामले पर ना खुश दिखाई दे रहे हैं जिसके कारण सभी मंडलों के युवा अध्यक्ष ओं की नियुक्ति लगभग रुकी हुई है ऐसे में पूर्वांचल समाज के लोगों द्वारा खुलकर अपने लोगों के लिए लॉबिंग करने के बाद क्या स्थिति रहेगी इस पर भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं
बिसरख मंडल के भाजपा नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यहां की सोसाइटी हो में रहने वाले भाजपा कार्यकर्ता पहले ही संगठन में उपेक्षित महसूस करते रहें हैं ऐसे में अगर युवा मंडल अध्यक्ष भी पूर्वांचल से नहीं मिला तो भाजपा संगठन में स्थानीय लोगों का ही वर्चस्व दिखाई देगा ।जिसके कारण लोगो की उदासीनता भाजपा को विधानसभा में नुकसान दे सकती है
बड़ी बात यह है कि सांसद और विधायक दोनों के ही प्रस्तावित उम्मीदवारों की उम्र क्रमशः 36 और 38 साल है ऐसे में भाजपा संगठन पर एक दबाव यह भी है कि वह कम से कम 30 साल से कम उम्र का कोई व्यक्ति इस पद पर लाए ।