भारत में नहीं चलेगा कंगारुओं का ‘ताजा हथियार’
ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट टीम को माइंड गेम खेल में महारथ हासिल है। कंगारुओं ने अपने इस गेम की बदौलत कई ऐसे मैच जीते हैं जो वो पूरी तरह हार चुके थे। चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलियन टीम ने माइंड गेम खेलने शुरू कर दिए है। कंगारुओं का माइंड गेम में ताजा हथियार है मैच से दो दिन पहले अंतिम 11 की घोषणा करना। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने भारत के साथ पिछली सीरीज 2011-12 में इस गेम को खेलना शुरू किया था। क्लॉर्क को अपने घरेलू मैदानों पर इसका फायदा मिला और वो टीम इंडिया को 4-0 से रौंदने में कामयाब रहे। अब भारत दौरे पर भी क्लॉर्क ने वही दांव खेला है। 22 फरवरी से शुरू हो रहे चेन्नई टेस्ट से दो दिन पहले क्लॉर्क ने अंतिम 11 की घोषण कर दी है। इस टीम में क्लॉर्क ने 4 तेज गेंदबाजों को रखा है। जबकि इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम में नॉथन ल्योन के रूप में केवल एक स्पिनर होंगे। क्लॉर्क का यह फैसला भले ही उनके टीम के खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद हो पर टीम इंडिया के लिए इससे कोई नुकसान नहीं होगा। पहली बात तो टीम इंडिया अपने घरेलू मैदानों पर खेल रही है। क्लॉर्क तेज गेंदबाजों के भरोसे ही भारत में भारत को हराने आए हैं। ऐसे में टीम इंडिया अगर चाहे तो स्पिन ट्रैक पर फंसा कर कंगारुओं का कचूमर निकाल सकते हैं। चेन्नई टेस्ट: ऑस्ट्रेलिया अंतिम एकादश माइकल क्लॉर्क (कप्तान), डेविड वार्नर, ईडी कोवान, फिलिप ह्यूग्स, शेन वाटसन, मैथ्यू वाडे (विकेटकीपर), नॉथन ल्योन (स्पिनर), म्वायसेस हेनरिक्स, पीटर सीडल, मिसेल स्टार्क, जेम्स पैटिंसन।