चेन्नै।। महेंद्र सिंह धोनी के धमाकेदार दोहरे शतक (206 नाबाद) और विराट कोहली (107) के सूझबूझ चौथे टेस्ट शतक की बदौलत भारत ने चेन्नै टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया पर पहली पारी में 135 रन की बढ़त हासिल करते हुए मैच पर अपना शिकंजा कस दिया। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने 8 विकेट खोकर 515 रन बना लिए। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 380 रन बनाए थे। धोनी की धुंआधार कप्तानी पारी और कोहली की सूझबूझ भरी बल्लेबाजी से भारत ने ऑस्ट्रेलिया के मंसूबों पर पानी फेरते हुए चेन्नै टेस्ट में महत्वपूर्ण बढ़त हासिल कर ली।
साथ ही उन्होंने किसी भारतीय विकेटकीपर के सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर का रेकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। इसके साथ ही धोनी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी भारतीय कप्तान द्वारा सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए। खेल समाप्ति के समय धोनी 206 और भुवनेश्वर कुमार 16 रन बनाकर नाबाद थे। नौवें विकेट के लिए धोनी और भुवनेश्वर कुमार अब तक 109 रनों की अविजित साझेदारी कर चुके हैं। धोनी की आक्रामक बल्लेबाजी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनके विकेट पर उतरने के बाद भारत द्वारा बनाए गए 319 रन में से 206 रन धोनी ने बनाए।
इससे पहले आज सुबह भारत ने दूसरे दिन के स्कोर 3 विकेट पर 186 रन से आगे खेलना शुरू किया। आज सभी की निगाहें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर के शतक पर लगी थी। सचिन ने अपनी पारी का आगाज आत्मविश्वास के साथ किया। उन्होंने पीटर सिडल की गेंद पर शानदार चौका जड़ा। जब ऐसा लगने लगा कि सचिन आज दो साल के टेस्ट शतक का सूखा खत्म कर देंगे तभी नाथन ल्योन की एक बेहतरीन गेंद ने मास्टर की गिल्लियां बिखेर दी।
इसके साथ ही एक बार फिर से सचिन के शतक का सपना अधूरा ही रह गया। सचिन ने 159 गेंदों पर 7 चौकों की मदद से 81 रनों की शानदार पारी खेली। उन्होंने आउट होने से पहले कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी कर टीम इंडिया की मैच में वापसी करा दी।
इसके बाद विराट कोहली ने धोनी के साथ मोर्चा संभाला और लंच तक भारत को कोई झटका नहीं लगने दिया। लंच के बाद कोहली और धोनी ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर मैदान के चारों ओर शॉट लगाए। इस बीच कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में अपना चौथा शतक पूरा किया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह उनका दूसरा टेस्ट शतक है।
हालांकि इसके बाद कोहली ज्यादा देर टिक नहीं सके और 107 रन बनाकर ल्योन का शिकार बने। तब टीम इंडिया का स्कोर 324 रन था। कोहली और धोनी ने पांचवें विकेट के लिए 128 रन की साझेदारी कर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी ने टी के बाद सिडल की गेंद पर चौका जड़कर सेंचुरी पूरी की। टी के समय भारत ने 6 विकेट पर 371 रन बना लिए थे।
इसके बाद धोनी ने जडेजा (16), अश्विन (3) और हरभजन (11) के साथ छोटी-छोटी साझेदारियां करते हुए भारत को ऑस्ट्रेलिया पर बढ़त दिलाने में प्रमुख भूमिका निभाई। धोनी ने धुंआधार अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को हावी नहीं होने दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए अब तक जेम्स पैटिनसन ने सबसे ज्यादा 4 विकेट जबकि ल्योन ने 3 और हेनरिक्स ने एक विकेट लिए हैं।