लखनऊ. विधानसभा में बजट सत्र पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष के वरिष्ठ मंत्री आजम खां और विपक्ष के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बीच काफी हास्य व्यंग्य के दौर भी चले। चर्चा के दौरान प्रतिपक्ष बसपा के स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार की अधिकतर योजनाएं चुनावी हैं। गरीबों को बैटरी चालित रिक्शा का सिर्फ ट्रायल किया गया, 11 महीने बीत गए लेकिन लैपटॉप नहीं दिया गया। इस पर आजम खां ने जवाब दिया गया कि अगर आपको ये लगता है कि इन योजनाओं का जनता से कोई लेना देना नहीं तो आप प्रस्ताव लाइए हम उस पर विचार करेंगे। श्री मौर्य ने जवाब दिया कि वह पहले ही इन योजनाओं को अच्छा बता चुके हैं लेकिन उनका कहना है कि चुनाव करीब आ रहे हैं तो इन योजनाओं में तेजी दिख रही है।
अब आजम ने कहा कि आपको में काफी दिन से देख रहा हूं, आप काफी दुबले हो गए हैं। पहले मुझे लगता था कि आप शायद डायटिंग कर रहे हैं। लेकिन अब मुझे पता चला कि आप दरअसल समाजवादी पार्टी की जन उपयोगी योजानाओं की चिंता में दुबले हो रहे हैं। आप परेशान हैं कि इन योजनाओं का लाभ सपा को चुनावों में मिलेगा। इस पर श्री मौर्य ने कहा कि मैं इतने वजन के साथ ही
सत्तापक्ष को हिला सकता हूं।
इसके बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने सदन में मौजूद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहा कि हम तो आपको बजट भाषण सुनना चाहते थे लेकिन उस दिन संसदीय कार्य मंत्री आजम खां ने ऐसी बात कह दी कि हम भाषण नहीं सुन सके। वह नहीं चाहते थे कि हम आपका भाषण सुनें। उन्होंने सलाह दी कि आपकी नादानी के पीछे कहीं न कहीं चालाकी छिपी है लेकिन फिर भी आप अपने चाचाओं से सतर्क रहें। उन्हें भारी न पड़ने दें।
इतना कहना था कि आजम खां ने फिर चुटकी लेते हुए कहा कि और ‘चाचियों’ के बारे में आपका क्या मशविरा है? इस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भतीजा चाचाओं को संभाल लेगा तो चाचियां अपने आप संभल जाएंगीं।