हिंदी-केमिस्ट्री में मिला जीरो, छात्राएं बोली कॉपी खुलवाओ सामने आ जाएगी हकीकत

इंदौर। हिंदी व केमिस्ट्री में शून्य मिलने से बिफरी बीएससी थर्ड ईयर की छात्राओं ने शुक्रवार को कुलपति का घेराव कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी सरकारी कॉलेज के छात्र-छात्राओं को फेल कर रही है और प्राइवेट कॉलेज से सांठ-गांठ कर उनके छात्रों को ज्यादा नंबर दे रही है। हमारे 12वीं में 80 प्रतिशत से ज्यादा अंक मिले थे और हमें फेल कर दिया। आप अभी हमारी कॉपी खुलवाइए। हकीकत सामने आ जाएगी।
शुक्रवार सुबह बीएससी थर्ड ईयर की करीब 50-60 छात्राएं एबीवीपी अध्यक्ष वर्षा शर्मा के नेतृत्व में आरएनटी मार्ग स्थित यूनिवर्सिटी परिसर में इकट्ठा हुईं। ये धार, आलीराजपुर, धामनोद सहित आसपास के जिलों से आई थी। ये प्रदर्शन कर रही थीं तभी कुलपति डॉ. डी.पी. सिंह पहुंच गए।
छात्राओं ने उन्हें घेर लिया और कहा यूनिवर्सिटी ने 600 में से चार सौ छात्राओं को फेल कर दिया। एक छात्रा बोली कि मुझे 12वीं में 84 फीसदी अंक मिले थे। इससे पहले के सेमेस्टर में भी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुई लेकिन इस बार हिंदी में शून्य अंक दे दिए। एक अन्य छात्रा ने भी कहा कि मैं प्रथम श्रेणी की स्टूडेंट हूं। मुझे केमिस्ट्री में जीरो दे दिया। अच्छा पढ़ने वाली छात्रा ऐसा खराब प्रदर्शन कैसे कर सकती है?
हर बार पैसा ही देते रहें
छात्राओं की बात सुनने के बाद कुलपति ने कहा आप लोग प्रक्रिया के तहत चैलेंजिंग फॉर्म भरकर मूल्यांकन करवा सकते हैं। इस पर छात्राओं का गुस्सा बढ़ गया। वे बोलीं हर बार हम 250 रुपए नहीं देंगे। फस्र्ट सेमेस्टर में रिवैल्यूएशन फॉर्म भरा था। कभी 450 तो कभी 750 रु. लिए गए। अभी तक परिणाम नहीं आया। यूनिवर्सिटी की गलती का खामियाजा हम क्यों भुगतें। आप अभी कॉपी निकलवाओ।
हम अभी विवि को गलत साबित करते हैं। इस बार हम रिवैल्यूएशन फॉर्म नहीं भरेंगे। आप रिजल्ट का रिव्यू करवाइए। काफी जद्दोजहद के बाद कुलपति मान गए। उन्होंने कहा कुछ सैंपल कॉपी निकलवा लेते हैं। यदि त्रुटि निकली तो सभी की कॉपी का मूल्यांकन फिर से किया जाएगा। 6 मार्च तक परिणाम घोषित किया जाएगा। तब तक रिवैल्यूएशन के लिए लेट फीस भी नहीं ली जाएगी। छात्राओं ने बताया उन्होंने आरटीआई के तहत उत्तर पुस्तिकाओं की फोटो कॉपी भी मांगी है।