चेन्नई। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी पहले टेस्ट मुकाबले के तीसरे दिन रविवार को हरभजन सिंह और ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर मैथ्यू वाडे के बीच कुछ गरमागरमी देखने को मिली थी। दोनों बहसबाजी करने में लगे हुए थे। यहां तक कि बीच-बचाव करने कंगारू कप्तान माइकल क्लार्क और शेन वाटसन भी आ गए। दूसरी तरफ, भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी भी हरभजन सिंह को समझाने में जुट गए, लेकिन वाडे की मानें तो ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था।
मैच के बाद जब वाडे से इस घटना के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि मैदान पर उनके और हरभजन के बीच कोई मतभेद नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि वे एलबीडब्ल्यू आउट हैं, इसलिए मैंने अपील कर दी, लेकिन अंपायर ने उसे नकार दिया। इसके बाद हरभजन ने सिर्फ इतना ही कहा कि गेंद लाइन के बाहर थी। बस इतना ही हुआ था और कुछ नहीं।
जब उनसे पूछा गया कि जब इतनी ही बात थी तो माइकल क्लार्क और शेन वाटसन बीच में क्या करने आए थे। इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ओह! तो टीवी स्क्रीन में वे दोनों भी आ गए, लेकिन आप बात मानें, वो सिर्फ एक मैदान पर घटने वाली क्रिकेट की छोटी घटना थी। हमदोनों के बीच ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था।
गौरतलब है कि भारतीय पारी के 106वें ओवर में अंपायर ने एलबीडब्ल्यू की अपील नकार दी थी। हरभजन के लिए वो पहली गेंद ही थी। अंपायर के नकारने के बाद ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर वाडे ने कुछ टिप्पणी की, जिसपर हरभजन भड़क उठे। दोनों के बीच कुछ देर तक बहसबाजी होती रही।