शिमला हिमाचल सरकार ने योगगुरु बाबा रामदेव को बड़ा झटका दिया है। राज्य मंत्रिमंडल ने पतंजलि योगपीठ केंद्र खोलने के लिए सोलन के साधुपुल में दी गई 96 बीघा भूमि की लीज डीड रद करने का फैसला लिया है। इस बारे में अब बाबा को नोटिस दिया जाएगा।
धूमल सरकार ने जनवरी 2010 में महज 17 लाख रुपए में यह भूमि बाबा को दी थी। कैबिनेट ने चार ग्राउंड के आधार पर इस सौदे को खारिज किया। जमीन आचार्य बालकृष्ण को दी गई, जो भारतीय नहीं हैं। रजिस्ट्री के लिए जीपीए लेकर ललित मोहन नाम का व्यक्ति आया, जबकि योगपीठ का स्वामित्व बाबा रामदेव के पास है।
उल्लेखनीय है कि हरिद्वार के बाद यहां देश में दूसरा पतंजलि योगपीठ स्थापित करने का प्रस्ताव था। प्रथम चरण में यहां दो मंजिला भवन बन चुका था। इसमें योग एवं आयुर्वेद शिक्षा दी जानी थी। साथ ही जड़ी-बूटी बिक्री केंद्र, प्रवेश द्वार, पार्किंग स्थल और औषधि उद्यान आदि भी बन चुके हैं। यहां 27 फरवरी से ओपीडी और परामर्श केंद्र की सुविधाएं मिलनी शुरू होनी थीं।