नई दिल्ली। हैदराबाद के दिलसुखनगर में गुरुवार शाम दहशत के दानव ने आतंक मचाया। अभी आतंक के करीब 36 घंटे बाद गृह मंत्रालय ने फिर टेरर अटैक का अलर्ट जारी किया है। गृह मंत्रालय ने इसके अलावा बेंगलुरु, मुंबई, चेन्नई, दिल्ली और कोलकाता के लिए भी अलर्ट जारी किया है। खुफिया एजेंसियों ने इन शहरों में आतंकी वारदात की आशंका जताई है।
हैदराबाद धमाके की जांच के सिलसिले में देश के कई हिस्सों में धड़पकड़ का सिलसिला शुरू हो गया है। सुरक्षा एजेंसियां कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इस पूछताछ में अभी तक इन बम धमाकों को कराने में पांच लोगों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। गृह मंत्रालय ने जांच में अहम प्रगति का दावा किया है।
गृहमंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने धमाके के पहले नजदीकी सीसीटीवी के तार काटे जाने की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि इस मामले की जांच के लिए सीसीटीवी वीडियो की मदद ली जा रही है। सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध की तस्वीर मिली है। फुटेज में एक शख्स साइकिल के साथ देखा गया है।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में जारी जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि इन धमाकों को अंजाम देने में पांच लोग शामिल थे। इनमें से तीन पर बम को प्लांट करने की आशंका भी जताई जा रही है। जांच के मुताबिक हमले को अंजाम देने में एक से ज्यादा आतंकी संगठन भी शामिल हो सकते हैं।
हैदराबाद में हुए धमाके धमाके हाई इंटेंसिटी के थे, जिनमें अमोनियम नाइट्रेट का भी इस्तेमाल किया था। जांच के दौरान तबरेज नाम के एक शख्श का भी नाम सामने आया है। दिल्ली पुलिस भी इस मामले में तिहाड़ जेल में बंद आतंकी सैयद मकबूल अंसारी और इमरान खान से पूछताछ कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि इन दोनों ने रियाज भटकल के कहने पर पिछले साल दिलसुख नगर की रेकी की थी।
गृहमंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तान स्थित आतंकी गुटों के चार शहरों (हैदराबाद, बेंगलूर, कोयंबटूर व हुबली) और दो राज्यों (गुजरात व महाराष्ट्र) में हमले की योजना की पुख्ता खुफिया जानकारी थी। संबंधित राज्यों को तत्काल अलर्ट भी जारी कर दिया था। अधिकारी ने बताया है कि इस हमले को अंजाम देने के लिए सीमा पार से लश्कर के आतंकी आकाओं ने निर्देश दिए थे।