नई दिल्ली. 17 साल बाद कांग्रेस कोटे से रेल मंत्री बने पवन बंसल ने पिछले दरवाजे से यात्री किराया बढ़ा दिया है। यात्री किराया फ्यूल एडजस्टमेंट चार्ज के नाम पर बढ़ा दिया गया है। पवन बंसल ने लोकसभा में बजट भाषण पढ़ते हुए डीजल का दाम बढ़ने से रेलवे पर 3300 करोड़ का बोझ आने की दलील दी। उन्होंने कहा, ‘माल भाड़े में बढ़ोतरी होगी। हर साल 5 से 6 फीसदी किराया बढ़ाया जाना चाहिए। साल में दो बार सरचार्ज तय है। हर टिकट पर फ्यूल सरचार्ज लगेगा। रिजर्वेशन और कैंसिलेशन चार्ज बढ़ाया गया। तत्काल टिकट महंगा किया जाएगा। सुपर फास्ट गाड़ियों के किराए बढ़ाए जाएंगे। तत्काल और सामान्य टिकट रद्द कराना भी अब महंगा होगा।’
बंसल ने ऐलान किया है कि 67 नई एक्सप्रेस ट्रेनें, 27 पैसेंजर, 5 मेमो, 8 डेमो और 9 ईएमयू सर्विस वाली ट्रेनें इस बार शुरू की जाएंगी। वहीं, 58 गाड़ियों का विस्तार किया जाएगा। 24 ट्रेनों के फेरे बढ़ाए गए हैं।
बंसल के मुताबिक, ‘माल ढुलाई का लक्ष्य पूरा हो गया है। 5.2 फीसदी यात्री बढ़ सकते हैं। राजीव गांधी खेल रत्न, ध्यान चंद पुरस्कार जीतने वालों को रेलवे फर्स्ट क्लास और सेकंड एसी का पास मिलेगा। खिलाड़ियों को राजधानी में सफर करने के लिए मिले पास दुरंतो में भी लागू होंगे। वीरता पुरस्कारों से नवाजे गए लोगों के लिए भी एसी पास मिलेंगे। स्वतंत्रता सेनानियों के लिए खास प्रावधान। अब उन्हें हर 1 साल की जगह 3 साल में पास रिन्यू कराना होगा। पहाड़ी क्षेत्रों में चलने वाली ट्रेने बरकरार रखी जाएंगी। इनका हेरिटेज महत्व है। नेशनल रेल म्यूज्यिम पर खास ध्यान रहेगा। 25 साल में पहली बार रेलवे ने बजट के बाद कोई खास मांग नहीं रखी। 2011-12 में 3000 करोड़ रुपये का रेलवे ने ऋण लिया था। यह ऋण और ब्याज चुकाया जा चुका है। भारतीय रेल को अपने ऋण चुकाने के लिए एक ऋण फंड बनाने का प्रस्ताव है। खर्चे कम करने के लिए ईंधन की सही खपत सही रखने पर ध्यान देना होगा। 25 साल में पहली बार रेलवे ने कोई खास डिमांड नहीं रखी। 2011-12 में रेलवे ने कर्ज लिया था। यात्री भाड़े से 32500 करोड़ रुपये की आमदनी का लक्ष्य। नेट रेवन्यू में 6484 करोड़ रुपये की कमी आएगी। पेंशन के लिए योगदान बढ़ेगा। इस साल 100 रुपये कमाई में से रेलवे को चलाने के लिए केवल 88.8 रुपये ही लगेगा। मुझे खुशी है कि हमने इसे 90 से कम करने में कामयाबी पाई। माला लदान का लक्ष्य 1047 मिलियन टन का रखा गया है। यात्रियों की संख्या में इजाफे की उम्मीद है। यात्री भाड़े से 32500 की कमाई का लक्ष्य है।’
बजट की शुरुआत करते हुए बंसल ने सबसे पहले सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह का शुक्रिया अदा किया और इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को भी याद करते हुए कहा कि उन्होंने ही बंसल को सत्ता के सबसे ऊंचे गलियारे तक पहुंचाया था।
साहित्यिक अंदाज में पवन बंसल ने अपने रेल बजट भाषण के दौरान कहा कि जब लोग सफर करते हैं तो रेल का इंजन कहता है, ‘मैं खींच सकता हूं.. मैं कर सकता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘यात्री गाड़ियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इससे घाटा बढ़ता जा रहा है। पिछले वित्तीय वर्ष में रेलवे को 24600 करोड़ रुपये के नुकसान होने की आशंका है, इसकी वजह से यात्री सुविधाओं पर असर पड़ रहा है। 12 वीं पंचवर्षीय योजना के पहले वर्ष में हम सिर्फ 10 हजार करोड़ रुपये ही जुटा पाए हैं। 12 वीं पंचवर्षीय योजना में पीपीपी के जरिए एक लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य है। रेल हादसों में कमी तो आई है लेकिन फिर भी बहुत काम करना है। रेलवे महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देगी। आरपीएफ की 4 कंपनियां इसी दृष्टि से बनाई गई है। नई भर्तियां भी होंगी, जिनमें 10 फीसदी महिलाओं को शामिल किया जाएगा।’
पवन बंसल ने कहा, ‘राजधानी और शताब्दी जैसी ट्रेनों की तर्ज पर आधुनिक यात्री सुविधाओं से युक्त डिब्बे चुनिंदा गाड़ियों में लगाए जाएंगे। इन्हें अनुभूति नाम दिया गया है। डिब्बों में बायो टायलेट लगाए जाएंगे। रेल नीर के 6 नए बॉटलिंग प्लांट लगाए जाएंगे। मुफ्त वाई-फाई की सुविधा भी कई ट्रेनों में दी जाएगी। इंटरनेट पर रेलवे रिजर्वेशन बुकिंग रात 12.30 से अगली रात 11.30 तक खुलने और मोबाइल से ई टिकट का भी प्रस्ताव रख रहा हूं। नए सिस्टम से 1 मिनट में 7200 ई टिकट जारी करने पर काम चल रहा है। अभी तक यह 2000 प्रति मिनट है। नई दिल्ली, बिलासपुर, पटना, जयपुर, आगरा, नागपुर, विशाखपट्टनम, बेंगलुरु रेलवे स्टेशन पर लाउंज की सुविधा दी जाएगी। माता वैष्णो देवी में दर्शन के लिए यात्री पर्ची ट्रेन के भीतर ही मिलेगी। आजादी एक्सप्रेस नाम से नई ट्रेन चलाई जाएगी जो लोगों को उन स्थानों पर ले जाएगी जो देश की आजादी के लिहाज से अहम है। यह सस्ती और शैक्षणिक पर्यटन को बढ़ावा देने वाली ट्रेन होगी। अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर को रेल नेटवर्क में शामिल किया जा रहा है। फिरोजपुर और अटारी के बीच रेल संपर्क पर मंत्रालय विचार कर रहा है।’