उद्घाटन तो हीरा उद्योग की इकाई का था, लेकिन महफिल में छाई रही सूई। खास यह कि पीड़ा देने की अपनी प्रकृति के विपरीत बृहस्पतिवार को सूई ने सबको हंसाया। जब-जब इसका नाम आया, लगे ठहाके।
श्रेन्यूज एंड कंपनी लिमिटेड की हीरातराशी इकाई के उद्घाटन पर सूई की बात शुरू की श्रम संसाधन मंत्री जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने। राजद प्रमुख लालू प्रसाद को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि अब सपना नहीं, सामने देखिए। सूई की बात करते हैं और यहां तो हीरा का कारखाना लग गया।
इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी नहीं चूके। राजद की परिवर्तन रैली को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि थोड़े समर्थकों को जुटा कर कौन, क्या कहता है, महत्वपूर्ण नहीं है। दरअसल, सूई चुभाने वालों को सूई ही याद रहती है। लोग बात सूई की करते थे और यहां हीरा आ गया, लेकिन सूई का भी कारखाना लगना चाहिए।
बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष केपीएस केसरी और द बिहार चेंबर ऑफ कामर्स के पूर्व अध्यक्ष ओपी साह का नाम लेते हुए कहा कि इनसे तो मैंने आग्रह भी किया है कि एक सूई का कारखाना लगा दें। कितना पैसा लगता है, क्योंकि जब तक सूई का कारखाना नहीं लगेगा, लोग बोलते ही रहेंगे। इससे पूर्व नीतीश ने पाटलिपुत्र इंडस्टियल एरिया में हीरातराशी कंपनी का उद्घाटन किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कहना गलत है कि प्रदेश में पूंजी निवेश नहीं हो रहा। असलियत यह है कि यहां बिहार के साथ ही बाहरी लोगों ने भी निवेश किया है। उन्होंने कंपनी के सीएमडी श्रेयस के दोशी से बिहार के अन्य क्षेत्रों में भी निवेश करने का आग्रह किया। इस दौरान कंपनी ने पहला हीरा मुख्यमंत्री को भेंट किया।