कई महीनो से लंबित उत्तर प्रदेश में भाजपा जिला अध्यक्षों की बहूप्रतीक्षित सूची आखिरकार आज घोषित हो गई l लिस्ट के अनुसार बाद गौतम बुध नगर में गजेंद्र मावी को जिला अध्यक्ष बनाया गया है । जबकि नोएडा में मनोज गुप्ता को पुनः जिलाध्यक्ष पद पर रखा गया है ।
गजेंद्र मावी गांव बिरोड़ी , बिरोड़ा के रहने वाले है। जो ग्रेटर नॉएडा मे हैं। वो जिले में विवादों से दूर रहकर काम करने वाले नेता माने जाते रहे हैं इसके साथ ही क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया के साथ भी उनके संबंध मधुर रहे है l गजेंद्र मावी को पूर्व परिवहन मंत्री अशोक कटारिया का करीबी माना जाता है कटारिया जब युवा के प्रदेश अध्यक्ष थे। उस समय गजेंद्र मावी छात्र राजनीति से अपनी शुरुआत कर गौतम बुध नगर में ही 2008 से 11 तक युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं। ओबीसी और किसान मोर्चा के अलावा वर्तमान में जिला उपाध्यक्ष भी रहे हैं ।
ऐसे में लोगों के लिए सबसे रोचक बात यह रही कि गजेंद्र मावी 38 दावेदारों के बीच कैसे अपना नाम बनाने में सफल रहे । एनसीआर खबर ने आपको पहले भी बताया कि गौतम बुध नगर में जिला अध्यक्ष की दौड़ में कई जिला उपाध्यक्ष महामंत्री से लेकर मंडल अध्यक्ष तक दावेदार थे । जिनमे दीपक भारद्वाज, गजेंद्र मावी, सुभाष भाटी, अभिषेक शर्मा, सेवानंद शर्मा, धर्मेंद्र कोरी, महेश शर्मा, संजय भाटी, देवा भाटी, जैसे कई नाम लगातार चर्चाओं में चल रहे थे। एनसीआर खबर में आपको पहले भी संकेत दिया था कि लखनऊ से इस बात को साफ किया जा चुका था कि जिस जाति का जिला अध्यक्ष है वहां पर उसी जाति के जिला अध्यक्ष को वरीयता दी जाएगी।
ऐसे में गजेंद्र मावी के लिए राह आसान नहीं थी । माना जा रहा था कि डॉक्टर महेश शर्मा किसी ब्राह्मण दावेदार को ही इस बार जिला अध्यक्ष बनना चाहते थे l उनका तर्क था कि पिछली बार गुर्जर समुदाय से जिला अध्यक्ष बनाया गया है ऐसे में इस बार ब्राह्मण समुदाय से जिला अध्यक्ष होना चाहिए यह गणित इसलिए भी महत्वपूर्ण था कि जिस समय गौतम बुद्ध नगर में विजय भाटी को दोबारा जिला अध्यक्ष की कमान दी गई थी तब सांसद पद पर सिर्फ डॉक्टर महेश शर्मा ब्राह्मण समुदाय से थे । इसलिए जाति को बैलेंस करने के लिए जिला अध्यक्ष पर गुर्जर समुदाय को दिया गया । किंतु राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर के आने के बाद यह माना जा रहा था कि अब इस पद पर ब्राह्मण समुदाय से नेता का आना जरूरी है ।
यह भी कहा जा रहा था की डॉक्टर महेश शर्मा अपने चुनाव के लिए गौतम बुद्ध नगर जिला अध्यक्ष के पद पर ब्राह्मण समुदाय से अपने दो नाम प्रस्तावित किए थे जिसमे अभिषेक शर्मा और सेवानंद शर्मा का नाम प्रमुख था l सेवानंद शर्मा के नाम के समर्थन में मंडल अध्यक्ष महेश शर्मा ने अपना नाम पीछे ले लिया था इसके साथ ही कई अन्य ब्राह्मण दावेदारों को भी पीछे कर दिया गया था ।
सूत्रों के अनुसार वर्तमान जिला अध्यक्ष विजय भाटी भी इस प्रयास में लगे थे कि उन्हें तीसरी बार 2024 तक के लिए ही सही एक और एक्सटेंशन मिल जाए । लगातार इस बात के लिए प्रयास किया जा रहे थे। इस बात को लेकर कैलाश पर्वत पर डॉक्टर महेश शर्मा विजय भाटी और गजेंद्र मावी के बीच एक गोपनीय बैठक भी हुई जहां इस बात के लिए प्रयास किया गया कि गजेंद्र मावी मान जाए । लिस्ट आने में लगातार देरी हो रही थी और गजेंद्र मावी भी कुछ हद तक यह मान चुके थे कि शायद इस बार भी उनका नंबर नहीं लगेगा ।
गजेंद्र मावी के जिला अध्यक्ष बनाए जाने से जिले के संगठन में भारी फेरबदल की संभावनाएं बढ़ गई हैं संगठन के तमाम लोग जो सेवानंद शर्मा या अभिषेक शर्मा के साथ जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर अपने-अपने गणित बना रहे थे। वह सब गणित फिलहाल गड़बड़ा गए हैं । दावेदारों ने गजेंद्र मावी को बधाई देने के बहाने अपने-अपने संपर्क साधने शुरू कर दिए हैं ।
ऐसे में जिला कार्यकारिणी और उसके बाद मंडल में कौन-कौन किस पोजीशन पर होगा यह आने वाले दिनों में पता लगेगा और यह भी पता लगेगा कि क्या गजेंद्र मावी कैलाश पर्वत पर जाकर दंडवत होंगे या फिर वह जिले में दो सांसदों और एक विधायक के बीच चल रही गुटबाजी में खुद को निष्पक्ष रखकर संगठन को मजबूत करेंगे ।