संसद के स्पेशल सत्र के बीच सोमवार 18 सितंबर की शाम को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई इसके बाद सूत्रों के माध्यम से यह जानकारी बाहर आई कि महिला आरक्षण बिल को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।
मीडिया में आ रही रिपोर्ट्स के अनुसार मंगलवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया जाएगा केंद्रीय मंत्री प्रधान प्रहलाद पटेल ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करके बिल्कुल मंजूरी करने की बात कही, यद्यपि कुछ देर बाद उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया। बिल 2010 में राज्यसभा से पास हो चुका है इसमें 33% महिलाओं को आरक्षण देने का प्रावधान है इस बिल के पास होने के बाद आने वाली लोकसभा चुनाव में हर तीसरी सदस्य महिला होगी।
हर तीसरी सदस्य महिला, तो बिगड़ेगा कई राजनेताओं का गणित, विपक्ष के साथ भाजपा में भी मोदी करेंगे खेल
महिला आरक्षण बिल पेश होने के बाद जो महत्वपूर्ण बात है वह यह है कि इस बिल के आने के बाद कई राजनेताओं के रिटायरमेंट की जमीन तैयार हो जाएगी। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटों में लगभग 29 टिकट बीजेपी महिलाओं को दे सकती है। इसके बाद यह माना जा रहा है कि हर तीन में से एक लोकसभा प्रत्याशी भाजपा महिलाओं को ही बनाएगी यह बात सुनने में जितनी अच्छी लग रही है इसके परिणाम उतने ही दूरदर्शी हैं।
जानकारी के अनुसार मोदी प्रधानमंत्री मोदी ने यह मास्टर स्टॉक पहले ही सोच लिया था और ऐसे में उत्तर प्रदेश की ऐसी कई सीटों पर जहां वर्तमान प्रत्याशी के खिलाफ माहौल है और उनको हटाने में परेशानी आ सकती थी, वहां के लिए भाजपा की राह आसान हो गई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 27 सीटों में भी 10 ऐसी हैं जिन पर अब महिला दावेदार होने की बातें की जा रही हैं इनमें मुजफ्फरनगर मथुरा अलीगढ़ बुलंदशहर गाजियाबाद गौतम बुध नगर बिजनौर मुरादाबाद बरेली और बदायूं सीटों पर महिला उम्मीदवारों की संभावनाएं बीजेपी के सूत्रों के द्वारा बताई जा रही है ।
क्या ऐसे होना है डॉ महेश शर्मा की चुनावी राजनीति को विराम?
ऐसे में गौतम बुध नगर में अभी तक राजनीति के एकमात्र विजयी चेहरे डॉ महेश शर्मा की चुनावी राजनीति का अंत क्या मंगलवार को इस बिल के पेश होने के साथ ही हो जाएगा ? क्या पश्चिम यूपी मे महिला आरक्षण बिल के पहले शिकार डा महेश शर्मा ही होंगे ?
ये प्रश्न इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यहां डा महेश शर्मा के विरोध में कई लोग लगातार अपने नाम दे रहे है और शहर इसको लेकर गुटबाजी सामने आती रही है ।
दिल्ली दरबार में बैठे लोगों के अनुसार ऐसी संभावनाएं भी व्यक्ति जा रही हैं कि मोदी के पास डॉक्टर महेश शर्मा को लेकर नकारात्मक फीडबैक जा चुका है । इसके बाद लगातार यह संभावनाएं व्यक्त की जा रही थी कि उनका टिकट इस बार मिलना मुश्किल है ऐसे में महिला आरक्षण बिल की आड़ में इस सीट पर हाई प्रोफाइल सीट पर भाजपा किसी बड़े महिला चेहरे को उतार सकती है ।
माना ये भी जा रहा है कि त्रिपुरा चुनावो मे बेहतर चुनावी मैनेजमेंट दिखा चुके डा महेश शर्मा को अब संगठन मे लगाया जा सकता है । जिससे 2024 मे भाजपा की जीत को सुनिश्चित करने मे कोई कमी ना रहे l
सूत्रो के अनुसार गाजियाबाद, बुलंदशहर और गौतम बुध नगर सीटों पर भाजपा के पास सुनीता दयाल, डॉ अंतुल तेवतिया, कंगना रानाउत जैसे नामों के अलावा गौतम बुध नगर में निवास कर रही कई हाई प्रोफाइल भाजपा नेत्रियों के लिए संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं ।
सोमवार को अपर्णा यादव के बी एल संतोष से मिलने के लिए भी ऐसी संभावनाएं व्यक्त की जा रही है । डॉ महेश शर्मा के पास अपने उत्तराधिकारी के तौर पर अपनी पुत्री डॉक्टर पल्लवी शर्मा के नाम को आगे करने की एक गुंजाइश अभी बची हुई है किंतु नेपोटिज्म यानी वंशवाद का विरोध करने वाली बीजेपी फिलहाल ऐसी कोई संकेत देने के मूड में नहीं लग रही है जिससे वह इस चुनाव में विपक्ष के निशाने पर आ सके ।
आपको बता दें कि गौतम बुध नगर के महिला सीट होने की दशा में विपक्ष इंडी(INDI) एलायंस के पास पंखुड़ी पाठक भी महिला उम्मीदवार के रूप में अपना दावा ठोक सकती हैं । ऐसे मे मंगलवार शाम से जिले मे महिलाओ की क्रांति का नया उद्घोष शुरू हो सकता है