2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 20 से ज्यादा सांसदों को टिकट काटने जा रही है ऐसी एक सूची सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रही है एनसीआर खबर को जिले के एक व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल हो रही सूची में जिले के सांसद डॉ महेश शर्मा शीर्ष 5 नेताओं में दिखाई दिए जिन का टिकट इस बार काटा जा रहा है स्मरण रहे कि एनसीआर खबर इस वायरल हो रही लिस्ट की सच्चाई की पुष्टि नहीं करता है ।


गौतम बुध नगर में डॉक्टर महेश शर्मा के स्थान पर संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता और बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल, पूर्व जिलाधिकारी बीएन सिंह, जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर और पूर्व विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता नवाब सिंह नागर के भाजपा से टिकट चाहने वाले नामों की चर्चाएं है

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस लिस्ट में सबसे ऊपर पहलवानों के मामले में चर्चा में आए और केसर गंज लोकसभा से सांसद बृजभूषण सिंह का नाम है। इसके बाद बस्ती से हरीश दिवेदी, चंदौली के सांसद महेंद्र पांडे और फिर गाजियाबाद से सांसद वीके सिंह हैं इनके बाद गौतम बुध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा का नाम पांचवे स्थान पर लिखा गया है। जिले के भाजपा ग्रुपों में इस लिस्ट के वायरल होने के बाद हंगामा मच गया है जहां डॉक्टर महेश शर्मा समर्थक इसे उनके विरोधियों की साजिश बता रहे हैं वही विरोधियों में खुशी का आलम है ।
बीते 3 दिन में कई मीटिंग कर डॉक्टर महेश शर्मा ने दिखाई है अपनी ताकत
ऐसा नहीं है कि डॉक्टर महेश शर्मा इन चर्चाओं से अनभिज्ञ हैं वह भी लगातार अलग-अलग मोर्चों पर अपनी ताकत दिखाने में लगे हुए हैं । भाजपा में कैलाश पर्वत कहे जाने वाले नोएडा और ग्रेटर नोएडा के उनके अस्पतालों में लगातार भाजपा के कार्यकर्ताओं की बैठक की जा रही हैं और यह संदेश दिया जा रहा है कि भाजपा जिले संगठन में अधिकांश नेता उनका नेतृत्व स्वीकार करते हैं यद्यपि यह भी सच है कि उनके साथ खड़े होने वाले नेताओं में एक बड़ा वर्ग ब्राह्मण नेताओं का है उसके बाद उनके प्रभाव से प्रभावित गुर्जर नेता दिखाई देते है ।

बताया जा रहा है कि गौतम बुध नगर जिले के जिला अध्यक्ष पद के लिए यह सब दांव पर चले जा रहे हैं डॉक्टर महेश शर्मा जिले में जिला अध्यक्ष के नाम पर कई नेताओं को यह भरोसा दे रहे हैं कि उन्हीं का नाम जिला अध्यक्ष के लिए भेजा जा रहा है ।
चर्चा है कि डॉ महेश शर्मा ग्रेटर नोएडा में चल रही बागेश्वर धाम वीरेंद्र शास्त्री की कथा में भी दादरी विधायक तेजपाल नागर, एमएलसी श्रीचंद शर्मा और भाजपा के समस्त नेताओं को लेकर मंच पर पहुंचे और उन्होंने अपनी ताकत दिखाई। जबकि पहले 2 दिन क्षत्रिय समाज से जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह इस कार्यक्रम में कलश यात्रा और वीरेंद्र शास्त्री का स्वागत करते दिखाई दिए थे किंतु वह मंच पर अपने गुट के भाजपा समर्थकों के साथ नही आए ।
सूत्रों की मानें तो पर्यवेक्षकों के सामने लगभग 25 से ज्यादा लोगों ने अपनी दावेदारी की है इसमें ब्राह्मण गुर्जर और क्षत्रिय समाज के नेताओं के अलावा पहली बार दलित समाज से भी एक नेता ने इस बार अपना दावा ठोका है । भाजपा में दलितों से अभी तक कोई जिला अध्यक्ष नहीं बना है ऐसे में जिले में मौजूद सभी नेता भी अपनी-अपनी तैयारी में लग गए हैं वहीं डॉ महेश शर्मा की कोशिश इस बार भाजपा चुनावी काल में अपनी टिकट के कंफर्मेशन को सोचते हुए ब्राह्मण नेताओं को सभी पदों पर लाने की है।
भाजपा में इन दिनों चर्चा है कि ब्राह्मण समाज से आने वाली एक महिला समाजसेवी ने ऐसा दांव चला है कि पिछली बार महिला मोर्चा में क्षत्रिय जिलाध्यक्ष बनवाने वाले धीरेंद्र सिंह भी इस महिला के नाम पर ना नहीं कर पा रहे हैं तो विधायक दादरी विधायक तेजपाल नागर और डॉक्टर महेश शर्मा ने भी इस महिला समाज सेवी के नाम को प्रस्तावित कर दिया हैं। जिसके बाद भाजपा में मौजूद महिला नेत्रियों में रोष है
सोशल मीडिया पर चल रहे उनके टिकट काटने के चर्चाओं से अलग डॉ महेश शर्मा लगातार संगठन में अपने ब्राह्मण समाज के दावे को मजबूत करने के प्रयास में लगे हैं जानकारों की मानें तो इस बार महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष पद पर भी क्षत्रिय समाज की जगह ब्राह्मण महिला को बाहर से भाजपा में लाकर जिलाध्यक्ष बनाने की तैयारी है भाजपा सूत्रों की मानें तो यह ब्राह्मण महिला पहले बायर्स एसोसिएशन की संस्था में एक्टिव रही है आजकल वहां से त्यागपत्र देकर एक ब्राह्मण पत्रकार के संरक्षण में जिले की विकास समिति के नाम से अपनी संस्था चला रही हैं
अब ऐसे में सोशल मीडिया पर भले ही डॉ महेश शर्मा के टिकट काटे जाने की लिस्ट प्रसारित की जा रही हो और तमाम चर्चाएं की जा रही हो लेकिन जिले की राजनीति में डॉ महेश शर्मा की ताकत को नजरअंदाज करना भाजपा के लिए मुश्किल लग रहा है इसके साथ ही उनके विरोधियों के दाव पेच भी कमजोर पड़ते दिख रहे हैं। डॉ महेश शर्मा के हर समर्थक का दावा है चाहे कोई कुछ भी कर ले टिकट उन्हीं को मिलेगा अब ऐसे में देखना यह रहेगा साल बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया पर जारी अफवाह सही साबित होती हैं या भाजपा समर्थकों का डॉ महेश शर्मा पर विश्वास ।