हरीश सिंह ।जब भी मोहतरमा की सूरत दीदार करते होंगे तो कुछ लोगों के दिल की दुंदुभी तराने छेड़ देती होगी। फिर सचिन की छेड़ दी तो क्या हुआ। अड़ोस पड़ोस के दो लोगों की गुंटर गू होने वाले हादसे बहुत देंखे हैं, जब खबर छपती थी….!!!
दो बच्चो की मां चार बच्चों के बाप के साथ फुर्र ….!
यहां तो चार बच्चों की मां और कुंवारा प्रेमी जो पाकिस्तान से चार बच्चों की अम्मा भगा लाया ..!
आज एक हिंदू नेता मिले बोले हरीश भाई कहा गायब हो..?
मैं बोला भाई मैं बेकार आदमी फुरसत ही फुरसत है।।
वैसे आप तो खुश बहुत होंगे …! मैं बोला … अपना एक हिंदू भाई पाकिस्तानी अम्मा भगा आया , पता नहीं क्यों चुप रह गए।
अच्छा छोड़िए उनकी मैं अपनी कहता हू…!
पहले जब चार बच्चों की अम्मा सुना तो सोचा ई सचिनवा ससुरा पागल हो गया है…. ससुरे को चार बच्चों की अम्मा ही मिली थी,,, लेकिन जब सीमा हैदर जी को देखा तो दिल बाग बाग हो गया,, सचिन बेचारे की तो लाटरी निकल आई। खूबसूरत बीबी के साथ चार बच्चे भी ….!
अब आते हैं असली बात पर …!
देखने में सचिन बेवकूफ जैसा दिखता है। हर देश की सरकार दूसरे देशों में खुफिया जानकारी के लिए स्पाई विभिन्न रूपों में भेजता है। इतनी हिम्मत कोई सामान्य महिला नही कर सकती। सीमा को एक बेवकूफ पकड़ना था जो सचिन है।
सीमा यहां सचिन के लिए हिंदू बनने नही आई थी। यदि लैला मजनू का प्यार होता तो चार बच्चों का बोझ लेकर न आती। कराची से दुबई, फिर नेपाल फिर इंडिया। वाह उसे तो वीरता पुरस्कार मिलना चाहिए। उसकी कोशिश भी होगी कि उसके प्यार को सरकार मुहर लगा दे। और फिर ….!
त्योहार आया तो बकरीद मनाने से रोक नहीं पाई। और पकड़ी गई।
मेरी निगाह में यह प्यार नही, प्लान है…!
बाकी जिसे खुश होना है कि तारा सिंह पाकिस्तान से सकीना को भगा लाया तो खुश हो ले, लेकिन इस बार तारा सिंह सकीना को नहीं लाया , बल्कि सकीना खुद आ गई।
बाकी तो राधे राधे…!
हरीश सिंह वरिष्ठ पत्रकार है । लेख उनके फेसबुक प्रोफाइल से लिया गया है । लेख में दिए विचारो से एनसीआर खबर का सहमत होना आवश्यक नही है