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अपना घर और नोएडा पुलिस का शानदार कार्य : 2 साल से लापता महिला बैंक मैनेजर को परिवार से मिलाया

शहरीकरण की भागदौड़ में मानसिक दबाव एक आम बात हो चली है ऐसे ही मानसिक दबाव और तनाव के चलते 2 साल से लापता एक महिला बैंक मैनेजर को नोएडा पुलिस और नोएडा स्थित अपना घर के सतत प्रयास से उसके परिवार को मिलवा दिया गया ।

पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के आदेशानुसार व पुलिस उपायुक्त महिला सुरक्षा गौतमबुद्धनगर के निर्देशानुसार सहायक पुलिस आयुक्त महिला सुरक्षा गौतमबुद्धनगर के नेतृत्व में ए0एच0टी0यू0 टीम द्वारा दिनांक 18 व 24 जुलाई को शैल्टर होम ,अपना घर आश्रम नोएडा में काउन्सलिंग की गई । टीम के अनुसार 38 वर्षीय महिला को अपना घर आश्रम में शैल्टर होम की टीम द्वारा सैक्टर 27 बस स्टैण्ड से रेस्क्यू करके लाया गया था। उस समय महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी । कुछ दिन बाद महिला की मानसिक स्थिति में सुधार हुआ तो ए0एच0टी0यू0 टीम द्वारा महिला की काउन्सलिंग की गयी ।

काउन्सलिंग के दौरान महिला ने अपने भाई का नाम जितेन कुमार निवासी कीयडिनगर,जगतसिघपुर ओडिशा बताया । जिसके बाद ए0एच0टी0यू0 टीम द्वारा परिजनों से सम्पर्क किया गया। टीम ने महिला के भाई से वार्ता की और महिला के बारे में उनको पूरी जानकारी दी तो महिला के भाई ने बताया कि वह मेरी बहन है जो हैदराबाद में आईसीआईसी बैंक में सीनियर ऑफिसर के पद पर तैनात थी । मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह नौकरी छोडकर घर आ गयी थी और करीब 02 वर्ष पहले बिना बताये नौकरी करने के लिए घर से निकल गयी थी । जो अभी तक वापस घर नहीं लौटी ।

टीम व श्रीमान सहायक पुलिस आयुक्त द्वारा महिला को दिनांक 29 जुलाई को उसके भाई के सुपुर्द की गयी हैं । महिला के भाई द्वारा नोएडा पुलिस का ह्दय से धन्यवाद किया गया है।

यह महज संयोग है कि 26 जुलाई श्री राम कथा के नोएडा आयोजन के बाद एनसीआर खबर की टीम अपना घर को देखने गई थे । वहां मौजूद कार्यकारी अधिकारी ब्यूटी सिंह से इसकी कार्यप्रणाली पर जानकारी ली थी ।

राजस्थान का रहने वाला एक परिवार अपने पुत्र के जन्मदिन को मनाने अपना घर शेल्टर होम में आया हुआ था जिस ने बताया कि अपना घर के देश भर में 62 आश्रम उत्तर प्रदेश में कुल 12 जिले इसका आश्रम बनाया जाए और वह अपने पुत्र का हर साल जन्मदिन इन्हीं लोगों के बीच में मनाते हैं । उसी दौरान यह महिला अपने परिवार से बात करने के लिए बाहर आई । और 29 जुलाई को इसे परिवार से मिला दिया गया ।

ब्यूटी सिंह ने बताया कि यहां लोग विभिन्न तरीके से अपना सहयोग करने भी आते हैं मानसिक तौर पर परेशान लोग को यहां प्रभुजी कहा जाता है वर्तमान में 268 प्रभु जी है ।

NCRKhabar Mobile Desk

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