ऐसी ही बातें शायद सच होती दिखाई दी जब सोशल मीडिया पर एक तथाकथित कुत्ता प्रेमी द्वारा कुत्तों को ही मारने का वीडियो वायरल हुआ । सोशल मीडिया पर रवि भदोरिया नामक एक यूजर ने इसे शेयर करते हुए लिखा कि मासूम आवारा कुत्तों को मारना पशु क्रूरता अधिनियम के तहत अपराध है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की अरिहंत अम्बर सोसायटी के निवासी द्वारा कुत्तों को मारने का यह वीडियो वायरल हो रहा है। निवासी का नाम कुंदन अवस्थी है। कृपया संज्ञान लें।
मासूम आवारा कुत्तों को मारना पशु क्रूरता अधिनियम के तहत अपराध है।
— Ravi Bhadoria (@ravibhadoria) June 2, 2023
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की अरिहंत अम्बर सोसायटी के निवासी द्वारा कुत्तों को मारने का यह वीडियो वायरल हो रहा है। निवासी का नाम कुंदन अवस्थी है। कृपया संज्ञान लें।@noidapolice @SHObisrakh @Manekagandhibjp @PetaIndia pic.twitter.com/Fy6HUGPqyO
सोशल मीडिया पर तथाकथित स्वयंभू कुत्ता प्रेमी गैंग के लोगों द्वारा कुत्ता प्रेमी की ऐसी क्रूरता भरी हरकत देखकर समझ नहीं आ रहा है कि वह इस को कैसे बचाएं । जानकारों के अनुसार पशु क्रूरता अधिनियम के अनुसार यह जुर्म है और पुलिस पर इस पर कार्यवाही करनी चाहिए वहीं आरोपी कुंदन अवस्थी ने इस पर आकर लिखा कोई नया तरीका देख लो भदौरिया, एफआईआर वापस नहीं लूंगा ।
कुत्तों को फील्डिंग और कुत्तों पर अत्याचार के इस नए विरोधाभासी वीडियो के वायरल होने और परस्पर विरोधी स्टैंड लेते हुए एक दूसरे के खिलाफ खड़े हुए लोगों की बात सुनकर पुलिस भी परेशान हैं कि वह किस तरीके से इसका का समाधान करें । अब ऐसे में देखना ये है कि क्या कानून सबूतों के आधार पर काम करेगा या फिर एनजीओ के हिसाब से काम करेगा वह जिसको कहेंगे कुत्ता प्रेमी है इसको कुत्ता प्रेमी माना जाएगा और वह जिसको कहेंगे कि यह कुत्ता विरोधी है उसको कुत्ता विरोधी माना जाएगाl
लेकिन इस सब के बीच मासूम कुत्तों पर अत्याचारों की कहानियां चलती रहेंगी और उनके नाम पर एनजीओ के लोग अपनी दुकानें चलाते रहेंगे । जानवरों के प्रेम के नाम पर इस देश में घोटाले कोई नई बात नहीं है । बिहार का चर्चित चारा घोटाला हम सभी को याद है और शायद उसकी पुनरावृत्ति आगे भी किसी ना किसी रूप में होती रहेगी ।
सड़को पर खाना देने के विरोध में समाजसेवी जोगिंदर सिंह कहते है अभी समय आ गया है कि जो कोई भी लोगों लोगों के आने जाने के रास्तो पर खाना देते हे आवारा कुत्तों को कानून के विरुद्ध जा कर इनके खिलाफ सारे समाज को सख्त कार्रवाई करने के लिए खुद आगे आना होगा क्योंकि देश की सरकारे इस पर आंखे मूँदे हुए हैं इसलिए नागरिको को खुद इलाज करना होगा इस नर्क का