भारतीय जनता पार्टी में निकाय चुनाव के समाप्त होने के बाद 2024 तैयारी शुरू कर दी है जिसके लिए प्रदेश भर में संगठनात्मक तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित की जा रही है इसी क्रम में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बैठक प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में नोएडा के पॉश बैंक्वेट हॉल में हुई । बैठक में 2024 की तैयारियों के साथ-साथ संगठनात्मक तैयारियों पर भी मंथन किया जा रहा है साथ ही सदस्यता अभियान और महासंपर्क अभियान चलाए जाने की भी चर्चा हुई है । बताया जा रहा है कि यह बैठक 17 से 19 मई तक होगी ।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह के अलावा,पूर्व मंत्री राधा मोहन सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसोदिया, प्रभारी मंत्री कुंवर बृजेश सिंह, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी गोपाल कृष्ण अग्रवाल, गाजियाबाद के सांसद व केन्द्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह, मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र से सांसद डा. संजीव बालियान, बागपत के सांसद सतपाल सिंह, बुलंदशहर के सांसद भोला सिंह, राज्यसभा सांसद कांता कर्दम, गाजियाबाद के सांसद वीके सिंह, गौतम बुध नगर के लोकसभा सांसद डा महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र शर्मा, नोएडा विधायक पंकज सिंह, दादरी विधायक तेजपाल नागर, जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष विजय भाटी, नोएडा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई भाजपा नेता मौजूद रहे ।
क्या भाजपा चली कांग्रेस की राह पर
2024 लोकसभा चुनाव को लेकर हो रही पश्चिम उत्तर प्रदेश स्तर की इस बैठक के भाजपा के वातानुकूलित कार्यालय को छोड़ कर भव्यता के साथ शहर के पंच सितारा बैंक्विट हॉल में करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी की मूल संस्कृति के ऊपर प्रश्नचिन्ह भी खड़े होने शुरू हो गए हैं । कार्यक्रम के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने कहा कि भाजपा भी अब कांग्रेस की संस्कृति को अपनाती जा रही है पूरे देश में भाजपा ने बेहद भव्य कार्यालय बनाए हैं जिसमें अच्छे वातानुकूलित सभागार मौजूद है जहां ऐसी चिंतन मंथन बैठकें की जा सकती है लेकिन इन सब को दरकिनार करके पंच सितारा बैंक्विट हॉल में ऐसी बैठक करने से नेताओं को खुशी तो मिल सकती है लेकिन जनता के मन में पार्टी को लेकर संशय खड़ा हो सकता है।
गौतमबुद्ध नगर और गाज़ियाबाद दोनो ही जगह निकाय चुनाव मेंपार्टी का प्रदर्शन अच्छा नही रहा है ।कर्नाटक में भी हार को लेकर भाजपा में पहले ही प्रश्न उठ रहे हैं क्योंकि वहां भी पंचतारा संस्कृति से नाराज जनता को मनाने के लिए बाद में बजरंगबली का मुद्दा उठाने की असफल कोशिश की गई । दिल्ली से सटे होने के कारण नोएडा में यह मुद्दा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शीश महल के ऊपर लगातार भाजपा प्रश्न उठा रही है और ऐसे में उनकी ही पार्टी की चिंतन मंथन बैठक को अगर बैंकट हॉल में किया जाए जिसका खर्च लाखो रूपयो में बैठता है तो उस पर प्रश्न उठने स्वाभाविक है ।
इस प्रकरण पर जब एनसीआर खबर में नोएडा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता से बात की तो उन्होंने कहा कि वह बैंकट हॉल भाजपा के ही बदायूं से एमएलसी का है और भाजपा के नोएडा कार्यालय में लोगो के बैठने की जगह कम थी । ऐसे में फिर भी प्रश्न है कि इतने महंगे बैंक्विट हॉल का खर्चा किसी भी व्यक्ति के द्वारा अगर बिना शुल्क भी किया जा रहा है तो उसकी कीमत हो कहां से वसूलेगा । ऐसे में जनता की सेवा करने वाली का दावा करने वाली पार्टी को क्या ये सही लगता है ।