शुक्रवार को एक बार फिर ग्रेटर नोएडा देश का सबसे प्रदूषित शहर बना हुआ है । जानकारी के अनुसार इसको रेड जोन में रखा गया है ।इसके बाद नोएडा देश के टॉप 10 प्रदूषित शहरो में अपना स्थान बचाए हुए है ।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार ग्रेटर नोएडा वायु गुणवत्ता सूचकांक 301 और नोएडा का 250 है । वहीं गाजियाबाद 275 , दिल्ली 255 रहा ।
जानकारों की माने तो ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण का बड़ा कारण यहां हो रहे निर्माण कार्यों के चलते भी है । लगातार बन रहे प्रोजेक्ट्स में प्रदूषण मानकों का ध्यान नहीं रखा जाता है । स्थानीय प्रदूषण निर्यंत्रक अधिकारी बस कुछ शिकायतो पर पेनल्टी लगाने का दिखावा कर देते है जो बिल्डर के लिए मामूली बात होती है । क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता, सांसद, विधायक सामाजिक और स्थानीय मुद्दों की जगह उद्घाटन में व्यस्त रहते है लेकिन ग्रेटर नोएडा के प्रदूषण को लेकर कोई ध्यान नही देता है जिसका फायदा यहां के अधिकारी भी उठाते हैं