स्पोर्ट्स सिटी के लिए जमीन आवंटन में करीब 10 हजार करोड़ की गड़बड़ी सामने आई है। इसका खुलासा सीएजी ऑडिट में हुआ है। नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया कि सीएजी ने अपनी जांच में स्पोर्ट्स सिटी के लिए सस्ती दरों में जमीन देने, काफी संख्या में भूखंड के उपविभाजन करने से लेकर अन्य बिंदुओं में गड़बड़ी होने पर 10 हजार करोड़ रुपये की गड़बड़ी बताई है। जिस मकसद के लिए जमीन दी गई थी उसके तहत अभी तक खेल सुविधाएं विकसित नहीं हो सकी हैं, लेकिन बिल्डरों ने आवासीय क्षेत्र में फ्लैट बना लिए हैं।
जिन बिल्डरों को खेल सुविधाएं विकसित करनी थीं वे गायब हो गए हैं। अब जिन परियोजनाओं में खेल सुविधाएं विकसित होती चली जाएंगी उनको अधिभोग प्रमाण पत्र जारी करने शुरू कर दिए जाएंगे। स्पोर्ट्स सिटी में खेल सुविधाएं विकसित कराने के लिए दोनों एसीईओ की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने परियोजनाओं की मौके पर जाकर जांच करनी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि जिन परियोजनाओं में किसानों की वजह से काम प्रभावित हुए हैं उनकी भी जांच कराई जाएगी।