दिल्ली नगर निगम के दक्षिणी क्षेत्र में अब मीट की दुकानों पर हलाल और झटका लिखकर बताना जरूरी होगा इस प्रस्ताव को स्थाई समिति की बैठक में मंजूरी मिल चुकी थी बुधवार को सदन की बैठक में भी इस को मंजूरी मिल गई है
समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को पार्षद कमलेश शुक्ला और अनीता तवर ने पेश किया था दक्षिण निगम के चार जोन में लगभग सभी रेस्तरां में मीट परोसा जाता है । ऐसे में यह निर्णय लिया गया कि राष्ट्रों में इस बात की जानकारी दी जाएगी वह हलाल है या झटका
दिल्ली में काफी समय से लोग हलाल तरीके से बेचे जा रहे मीट का विरोध कर रहे हैं कई हिंदू संगठनों ने झटका मीट की दुकानें अलग पता चलने की मांग की थी दरअसल हलाल मीट का मतलब होता है कि उसको किसी मुसलमान द्वारा ही काटा और बेचा जा रहा है। हिंदू संगठनों ने ऐसे किसी भी व्यवसाय पर एकाधिकार बताते हुए इसके विरोध की मांग की थी