कल शाम खबर आएगी कोरोना वैक्सीन (COVID-19 in India) की आपात मंजूरी दे दी गई इसके बाद लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई और यह माना जाने लगा कि संभवत है जनवरी के दूसरे हफ्ते तक ए वैक्सीन लोगों को लगनी शुरू हो जाएंगे लेकिन आज इसी बीच खुलासा हुआ है कि मोदी सरकार सिर्फ 30 करोड लोगों को ही मुफ्त में वैक्सीन लगाएगी सरकार का देश की पूरी आबादी खेली है इस व्यक्ति को फ्री में लगाने के लिए कोई प्लान नहीं है
नीति आयोग के सदस्य और नेशनल कोविड-19 टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ विनोद पाल एक मीडिया इंटरव्यू में कहा कि सरकार प्राथमिकता समूह में से 30 करोड़ लोगों के टीकाकरण की लागत बहन करेंगे ना की पूरी आबादी की डॉ पॉल के अनुसार को भी टीकाकरण के लिए 29000 वैक्सीनेशन पॉइंट बनाए गए हैं जिसमें 31 टीकाकरण कब जोड़े गए हैं सरकार 30 करोड़ लोगों का ऐसा प्राथमिक समूह तैयार कर चुकी है जिनके टीकाकरण का खर्च खुद उठाएगी
इसी बीच देश के ड्रग रेगुलेटर ने एस्ट्रोजेनिक का और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा बनाई गई वैक्सीन को भी आपात काल में उपयोग करने की इजाजत दे दी है इस वैक्सीन को अमेरिका में पहले ही मंजूरी मिल चुकी है जिसके चलते भारत ने यह फैसला लिया है