ग्रेटर नोएडा में बीते काफी समय से अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ शहर के तमाम समाजसेवियों ने अपनी पहुंच बना ली थी ऐसे में इन तथाकथित समाजसेवियों की पहुंच अधिकारियों तक हो गई थी जिसके कारण अधिकारियों से सांठगांठ के चलते इन लोगों ने अपना एक व्हाट्सएप ग्रुप बना लिया था। ऐसे में अथॉरिटी के अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले किसी भी काम की जानकारी समाजसेवी को पहले से ही हो जाते थे और उसके आधार पर यह एक-दो दिन पहले ट्विटर पर खूब शोर मचाते थे और दो-तीन दिन में वह आम जनता को देखने से लगता था कि उनके कारण काम हो गया जिसके कारण उनकी समाज सेवा बढ़िया चल रही थी
लेकिन यूपी सरकार की नई पॉलिसी के अनुसार नोएडा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में अधिकारी अब लंबे समय तक नहीं रह सकते हैं ऐसे में कई अधिकारियों के ट्रांसफर यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी में हो गया जिसके बाद इन समाजसेवियों के सामने ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में फिर से स्थिति वहीं आ गए जहां कुछ साल पहले थी ऐसे में समाजसेवियों ने फिर से शहर में फ्लैट बायेर्स के नाम पर प्रदर्शन करने का अपना पुराना फार्मूला अपना लिया हैं ताकि नए अधिकारियों के सामने फिर से जान पहचान की जुगाड़ हो सके
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी से जुड़े कई समाजसेवी ने बताया कि अचानक हुए ट्रांसफर उसे कई समाजसेवियों की स्थिति बेहद कमजोर हो गए ऐसे में कोई विधायक के साथ तो कोई सांसद के साथ अपना जुगाड़ फिर से निकाल रहा है कि अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ एंट्री मिल सके। वहीं लोगों ने सामाजिक संस्थाओं के व्हाट्सएप ग्रुप में ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों की उपस्थिति या प्रशासन के अधिकारियों की उपस्थिति पर भी के सवाल उठाने शुरू किए हैं हालांकि कोई भी सामने आने को तैयार नहीं है
नोएडा डायरी गौतम बुध नगर में हो रही घटनाओं पर सरसरी नजर है इस में लिखे जाने वाली जानकारियां शहर के ही लोगों द्वारा दी गई जानकारी पर आधारित हैं आप किसी भी घटना को लेकर अपनी जानकारी हमें दे सकते हैं आपका नाम गुप्त रखा जाएगा