सुनने में ये बात अजीब लग सकती है लेकिन गौतम बुध नगर में कमिश्नरेट बन्ने के बाद भी अपराध में कमी ना आने, पुलिस की सुस्ती और अपराधियों के हौसले बुलंद होने का एक कारण भाजपा नेत्री और सांसद मेनका गांधी की कुता प्रेमी संस्था भी है I
लोगो ने आरोप लगाये है की पुलिस साल भर तो इन कुत्ता प्रेमियों के साथ सोसाइटी वालो के झगड़ो को सुलझाने में लगी रहती है I ये लोग इतना दबाब बना कर रखते है की शहर में अपराधियों पर भले ही मेनका गांधी कभी कुछ ना कहे लेकिन कुत्तो के आम जनता के काटने पर प्रतिरोध में मारने पर संस्था के लोग आसमान उठा लेते है और मेनका गांधी के फोन चौकी, थाने और कमिश्नरेट तक आ जाते है I जिसके बाद पुलिस आम आदमी को पीड़ित होने के बाबजूद वापस लौटा देती है
ऐसे में पुलिस ग्रेटर नॉएडा वेस्ट में क्राइम के मामलो में भी ध्यान तब दें जब इन संस्थाओं के झगड़ो से पार पा ले I बीते दिनों इन संस्थाओं ने ऐसे ही एक केस में एक चौकी इंचार्ज तक के खिलाफ ट्वीटर पर अभियान चला दिया था उसका कसूर सिर्फ इतना था कि उसने संस्था के लोगो से ये कह दिया था की कुत्ते के साथ कोई घटना हो तो पुलिस एक्शन ले या ऐसे ही किसी को गिरफ्तार कर ले I
हाल ही में सुलतान पुर से लौटे हुए मेनका गांधी इसी लिए एक थाने में एक बहुत ही हलके केस को लेकर पहुँच गयी थी ताकि कमिश्नरेट में सन्देश दिया जा सके की उनके पशु प्रेमियों के मामले पुलिस ज्यादा अलर्ट रहे और उसी का नतीजा है की पुलिस क्राइम से ज्यादा ध्यान कुता प्रेमियों के मामलो पर देती है